B. of Journalism
M.A, English & Hindi
सावित्री पुत्र वीर झुग्गीवाला द्वारा रचित-
Virendra Dev Gaur Chief Editor (NWN)
द्रोणनगरी में अजबपुर हाईवे (एनएच-74) का जंगलराज
सूबे का सूबेदार यहाँ
सूबे का हर बड़ा अफसर यहाँ
मीडिया के बड़े-बड़े संस्थान यहाँ
जन प्रतिनिधियों की बाढ़ यहाँ
सब कर रहे हैं मौज यहाँ
इनवेस्टर्स को लुभाने के दाँव-पेंच यहाँ
देखो इन तमाम शूरमा भोपालियों की
सूरत और सीरत का तमाशा यहाँ
ऐसे में हो पाएगा भला इन्साफ कहाँ।
ऊँची दुकान फीका पकवान
देखो ज़रा गौर से देखो
इन तमाम महानुभावों का ईमान
जिस दिन जाएगी कुछ बदनसीबों की जान
तब जाकर खड़े होंगे इनके कान
ऐसे अनाथ चौराहों को कब तक सँभालेंगे भगवान
अरे तुम सब का मर गया क्या दीन-ईमान।
ऐसा होता है क्या सभ्य समाज
क्या यह 21वीं सदी का भारत है जवाब दो आज
किस बात पर करते हो खुद पर इतना नाज
कब तक चलाओगे देश में यह जंगलराज
हुक्मरानो समय रहते आ जाओ अपनी हरकतों से बाज
तरीके से और मेहनत से चलाओ काम काज
ऐसे खतरनाक चौराहों का करो तुरंत पुख्ता इलाज।
हाँ पास में बन रहे फ्लाईओवर से नहीं होगा इलाज
समझ लो यह सच्चाई महानुभावो आज
इस चौराहे का इलाज इसी चौराहे पर होगा
टालमटोल छोड़ो सब मिलकर करो यहाँ के दो चौराहों का पुख्ता इलाज।
-जय भारत