ऋषिकेश 20 मार्च
दिनेश सिंह सुरियाल
उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा का आगाज 25 अप्रैल से होगा। इस बार यात्रा में देश-विदेश से 60 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों के आने की संभावना जताई जा रही है। तीर्थयात्रियों को यात्रा के दौरान किसी तरह की परेशानी नहीं हो इसके लिए प्रशासन ने तैयारियों को अंतिम देना शुरू कर दिया है।
गुरुवार को हरिद्वार बाईपास मार्ग स्थित परिवहन विभाग के सहायक संभागीय कार्यालय ऋषिकेश में चारधाम यात्रा की तैयारियों को लेकर बैठक आयोजित की गई। जिसमें चारधाम यात्रा का संचालन करने वाली संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति अध्यक्ष समेत विभिन्न बस ऑपरेटरों ने प्रतिभाग किया। बैठक में आगामी चारधाम यात्रा के दौरान देश के विभिन्न राज्यों से बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धामों के दर्शन को आने वाले तीर्थयात्रियों के पंजीकरण, यात्रा वाहनों के ग्रीन कार्ड, ट्रिप कार्ट, यात्रा मार्ग पर जाम की समस्या आदि पर चर्चा की गई। संभागीय परिवहन अधिकारी देहरादून सुनील शर्मा ने भरोसा दिलाया कि इस बार तीर्थ यात्रियों को समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। चारधाम यात्रा की तैयारी बैठक में संभागीय परिवहन अधिकारी सुनील कुमार शर्मा, शैलेश तिवारी, सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी रावत सिंह कटारिया, एआरटीओ प्रवर्तन मोहित कोठारी, एआरटीओ हरिद्वार रश्मि पंत, एआरटीओ विकास नगर मनीष तिवारी, महाप्रबंधक उत्तराखंड परिवहन निगम प्रतीक जैन, संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति अध्यक्ष भूपाल सिंह नेगी, पूर्व अध्यक्ष रमोला, परिवहन महासंघ के अध्यक्ष सुधीर राय, सुमो यूनियन अध्यक्ष बलबीर सिंह नेगी, सचिव राधेश्याम व्यास, यातायात समिति के पूर्व अध्यक्ष मनोज ध्यानी, प्यारेलाल जुगलान आदि मौजूद थे।
ऑन द स्पॉट होगी रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था
पिछली यात्रा के दौरान यात्री पंजीकरण को लेकर हुई दिक्कतों से शासन प्रशासन ने इस बार यात्रा में सबक लिया है। संभागीय परिवहन अधिकारी देहरादून सुनील कुमार शर्मा ने बताया कि इस बार ऑन द स्पॉट पंजीकरण की व्यवस्था रहेगी। यानी कि यात्रा पंजीकरण केंद्र में पहुंचने वाला कोई भी यात्री मौके पर भौतिक रूप से पंजीकरण करा सकेगा। साथ ही तीर्थयात्रियों का दबाव बढ़ने पर बसों की कमी नहीं होने दी जाएगी। बताया कि संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति के अधीन सभी कंपनियों की 2 हजार बसें उपलब्ध है। इसके अलावा उत्तराखंड परिवहन निगम की बसें भी चारधाम यात्रा में उतारी जाएगी। जरूरत पड़ने पर कुमाऊं मंडल से भी बसों को बुलाया जाएगा।