
नई टिहरी । टिहरी बांध की झील का जलस्तर पर बढऩे से तटवर्ती प्रतापनगर क्षेत्र के गांवों पर खतरा मंडराने लगा है। ग्रामीणों के घर और आंगन में दरारें गहराने लगी है, जिस कारण ग्रामीणों में दशहत बनी हुई है। जिला पंचायत सदस्य कंगसाली आंनद रावत ने गांवों के विस्थापन की मांग की है। तीन दिवसीय क्षेत्र भ्रमण के दौरान जिपं सदस्य आनंद रावत ने कंगसाली, रौलाकोट, गडोली, चांठी, मोटणा, चौंधार, भैंगा, जणगी आदि गांवों का भ्रमण किया। बताया कि टिहरी झील का जल स्तर बढऩे से इन गांवों पर खतरा मंडराने लगा है। गांवों के विस्थापन को लेकर शीघ्र डीएम से भेंट की जाएगी। क्षेत्र में जंगली सुअरों का भी आतंक बना हुआ है। सुअर नकदी फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। ग्रामीणों को फसल का उचित प्रतिकर मिलना चाहिए। इसके साथ हटवाल गांव में अधर में लटके प्रसिद्ध भोमेश्वर महादेव मंदिर का काम टीएसडीसी के सीएसआर मद से पूरा करवाने की मांग की। उन्होंने डोबरा-चांठी पुल का भी निरीक्षण कर पुल निर्माण शीघ्र पूरा करने की जरूरत बताई। इस मौके पर उनके साथ में राजेंद्र बोरा, चंदन सिंह पंवार, राजेंद्र सजवाण, धूम सिंह रावत, सुंदर सिंह रावत, मंगल सिंह पंवार, राजेंद्र थलवाल आदि शामिल रहे।
 
 
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