
राजकोट । बेटे को जन्म नहीं देने की वजह से एक 26 साल की महिला को इस कदर प्रताडि़त किया गया कि उसने अपनी जिंदगी ही समाप्त कर ली। महिला ने अपनी दो बेटियो संग आग लगाकर जान दे दी। एक बेटी नवजात थी जिसे पैदा हुए बस 13 दिन ही हुए थे। घटना मोरबी के शनाला गांव की है। शीतल परमार और नवजात पायल की मौत घटनास्थल पर ही हो गई, जबकि 3 साल की बेटी जिंकल ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। इस घटना का पता तब चला जब शुक्रवार को सुबह 10 बजे के करीब पड़ोसियों ने महिला के घर से धुआं निकलता देखा। पड़ोसी जब घर पर पहुंचे तो उन्होंने मां को अपनी दो बेटियों के साथ आग से घिरा पाया। पड़ोसी तीनों को लेकर मोरबी के सिविल अस्पताल पहुंचे लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। मोरबी पुलिस स्टेशन के जांच अधिकारी एचबी भधानिया ने बताया कि शीतल का पति और उसके ससुराल वाले घटना के बाद ही फरार हो गए। शीतल के भाई अमरसिंह कंजरिया ने उसके पति दयाराम और सास-ससुर शारदा व नरसिंह के खिलाफ केस दर्ज कराया। जांच अधिकारी के मुताबिक आरोपियों के खिलाफ खुदखुशी के लिए उकसाने (आईपीसी सेक्शन 306) के तहत मामला दर्ज किया गया है। भदानिया के मुताबिक शीतल के भाई ने आरोप लगाया है कि दूसरी बच्ची पैदा होने के बाद से ही उसके पति और ससुराल वाले उसे प्रताडि़त कर रहे थे।
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