ऋषिकेश, 7 मई
डीएस सुरियाल
आज पंचमुखी हनुमान मंदिर वीरभद्र में विरक्त वैष्णव मंडल समिति व अखिल भारतीय संत समिति की एक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकियों ने धर्म पूछकर 26 पर्यटकों की गोली मारकर हत्या कर दी थी।आतंकियों ने सिर्फ पुरुषों की हत्या की थी। इस आतंकी हमले में कई महिलाओं ने अपने पतियों को खो दिया। इस हमले का जवाब देने के लिए भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाया। यह उन महिलाओं का प्रतीक है जिन्होंने आतंकी हमले में अपने पतियों को खो दिया।
आज विरक्त वैष्णो मंडल समिति के अध्यक्ष द्वाराचार्य जगतगुरु स्वामी दयाराम देवाचार्य की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में सभी संत समाज ने एक स्वर में भारत माता की जय, जय हिंद के नारे लगाए। इस अवसर पर जगतगुरु दयाराम देवाचार्य महाराज ने कहा कि अगर संत समाज की जरूरत पड़ेगी तो वह भी लड़ाई में फौजियों के साथ खड़े होकर बंदूक चलाएंगे। लेकिन भारत का स्वाभिमान अपनी माता का सुहाग नहीं मिटने देंगे। तुलसी मानस मंदिर के महंत रवि प्रपन्नाचार्य महाराज ने कहा कि पाकिस्तान में नौ आतंकियों के ठिकानों को धस्त कर ऑपरेशन सिंदूर के सफल मिशन की खुशी जाहिर की। कहा कि पाकिस्तान को जड़ से मिटा दो यह अपना नाम लेना भी भूल जाए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम से कार्यवाई की। आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को बताया कि आतंकियों की ओर से 26 नागरिकों की हत्या किए जाने के बाद उनमें से कई पीड़ितों की पत्नियों की तस्वीरों ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया।
इस अवसर पर द्वाराचार्य जगतगुरु स्वामी दयाराम देवाचार्य, महामंडलेश्वर स्वामी वृंदावन दास महाराज, महामंडलेश्वर स्वामी दुर्गादास, महामंडलेश्वर स्वामी गणेश दास, महाराज महामंडलेश्वर भारत भूषण दास, स्वामी अखंडानंद सरस्वती, महंत छोटन दास, महंत अमर दास, महंत करुणा शरण, महंत सीताराम दास, स्वामी अयोध्या दास आदि मौजूद थे।