नेपाली फार्म, 13 अप्रैल
डीएस सुरियाल
नेपाली फार्म में जन सुविधाओं की अनदेखी कर लाखों रूपयों से बन रहे पार्क के विरोध में लोगों के साथ कांग्रेस व मूल निवास भू-कानून समिति ने संयुक्त रूप से सांकेतिक धरना दिया।
इस अवसर पर कांग्रेस नेता जयेंद्र रमोला व मूल निवास भू-कानून समिति के संस्थापक संयोजक मोहित डिमरी ने कहा कि जहां एक ओर ऋषिकेश वासी जाम की समस्या से परेशान हैं, वहीं दूसरी ओर नेपाली फार्म तिराहे पर सैकड़ों की संख्या में यात्री अपने गंतव्य को जाने के लिए फ्लाई ओवर के नीचे खड़े होकर बसों का इंतज़ार करते हैं। लेकिन वहां ना तो बैठने की व्यवस्था है ना पीने के लिए पानी की और ना ही सुलभ शौचालय की व्यवस्था है। जबकि सरकार पोस्टरों, बैनरों व विज्ञापनों के माध्यम से देश भर में स्वच्छता अभियान चलाकर वाहवाही लूट रही है। सरकार को जनहित की समस्याओं से कोई गुरेज नहीं है। सरकार इस जगह पर लाखों रूपयों की दीनदयाल उपाध्याय जी की मूर्ति, लाखों रूपयों की लागत से फव्वारा लगाकर मूलभूत ज़रूरतों को दरकिनार कर यात्रियों, पर्यटकों व स्थानीय लोगों के बैठने की जगह को कम कर रही है। जबकि वीकेंड पर अत्यधिक भीड़ होने पर विश्राम करने तक की जगह कम पड़ जाती है।
सरकार द्वारा इस तरह के कार्य करवाकर लाखों रुपयों को ठिकाने लगाने का कार्य किया जा रहा है जिसमें पूर्ण रूप से क्षेत्रीय विधायक प्रेमचंद अग्रवाल की संलिप्तता सामने आ रही है। जिसके कारण ऋषिकेश का विकास कई वर्षों से रूका पड़ा है। खासकर ग्रामीण क्षेत्र का। वे सिर्फ अपने पुत्र के विकास को ध्यान में रखते हुए ग्रामीण क्षेत्र में विकास की बात कर रहे हैं। जबकि स्थानीय लोग इस योजना का विरोध कर रहे हैं। और मांग करते हैं कि इस पैसों से जनहित के कार्य किए जाएं।
प्रदेश संयोजक लुसुन टोडरिया व स्थानीय निवासी पूर्व सैनिक कैप्टन शीशपाल पोखरियाल ने कहा कि इस तिराहे पर सैकड़ों की संख्या में लोग रुकते हैं और जिसमें महिलाओं की संख्या भी काफ़ी होती है परन्तु यहां पर कोई शौचालय की व्यवस्था नहीं है। रात में पुरूष-महिलाएं यात्री शौच के लिए मजबूरन या तो फ्लाई ओवर के पिलरों की आड़ में या जंगल में (जहां जंगली जानवरों की दहशत रहती है) या स्थानीय लोगों के व्यक्तिगत शौचालयों का सहारा लेते हैं।
बता दें इस जगह पर जंगली जानवरों का ख़तरा हमेशा बना रहता है। सरकार को अपने विवेक का स्तेमाल कर यहां शौचालय का निर्माण करना चाहिए ताकि महिला यात्रियों के साथ साथ वरिष्ठजनों को उसकी सुविधानुसार व्यवस्था मिले।इसलिए हम एमडीडीए के इस कार्य का विरोध करते हैं।
शिक्षाविद् संजय सिल्सवाल व हिमांशु रावत ने कहा कि हम फिजूल के कार्यों का पूर्ण रूप से विरोध करते हैं और इस कार्य में जितने भी लोग संलिप्त हैं उनकी जांच की मांग करते हैं। साथ ही एमडीडीए के द्वारा हो रहे टेंडर प्रक्रिया की भी जांच की मांग करते हैं, ताकि पता चल सके कि जनहित के लिए कार्य करने के नाम पर स्वयं हित के लिए कार्य तो नहीं किए जा रहे। इस मौके पर कुसुम जोशी, रमेश रांगड़, बॉबी रांगड़, गौतम राणा, रोहित नेगी, महेश चौहान, निर्मल रांगड़, विजयपाल सिंह, सहित कई स्थानीय लोग मानवेंद्र सिंह राणा, बिशन सिंह राणा, रामकिशोर, प्रवीन रतूड़ी, विक्रम बिष्ट, मोनू नेगी, देव सिंह नेगी, कमल सिंह राणा, सोहन पाल सिंह राणा, अक्षत राणा आदि मौजूद थे।