वॉशिंगटन । भारत और अमेरिका ने गुरुवार को कहा कि पाकिस्तान को आतंकवादी संगठनों के खिलाफ तत्काल, सतत और बिना बदलाव के कार्रवाई करने की आवश्यकता है। ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि उसके नियंत्रण वाले किसी भी क्षेत्र का इस्तेमाल आतंकवादी गतिविधियों में नहीं हो। भारत और अमेरिका ने गुरुवार को एक संयुक्त बयान में यह बात कही।
दोनों देशों ने इस्लामाबाद से मुंबई हमले और पठानकोट वायु सेना अड्डे पर हुए हमले सहित अन्य आतंकवादी हमलों के दोषियों के खिलाफ त्वरित कानूनी कार्रवाई की भी मांग की। ‘भारत अमेरिका आतंकवाद निरोधी संयुक्त कार्य समूह की 17वीं बैठक और ‘इंडिया-यूएस डेजिग्नेशन डायलॉगÓ के तीसरे सत्र के बाद जारी एक संयुक्त बयान में दोनों देशों ने आतंकवाद के परोक्ष इस्तेमाल और सीमा-पार आतंकवाद की निंदा की।
यह सत्र नौ-10 सितंबर को ऑनलाइन आयोजित किया गया था। विदेश मंत्रालय में ‘काउंटर टेररिज्म (आतंकवाद निरोध) के संयुक्त सचिव महावीर सिंघवी ने भारतीय प्रतिनिधिमंडल और अमेरिका विदेश मंत्रालय में ‘काउंटर टेररिज्म के समन्वयक नैथन सेल्स ने अमेरिकी पक्ष का प्रतिनिधित्व किया। बयान में कहा गया, ‘दोनों पक्षों ने पाकिस्तान से आतंकवादी संगठनों के खिलाफ तत्काल, सतत और अपरिवर्तनीय कार्रवाई करने की आवश्यकता को रेखांकित किया, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि उसके नियंत्रण वाले किसी भी क्षेत्र का इस्तेमाल आतंकवादी गतिविधियों के लिए नहीं हो।
भारत-अमेरिका ने कहा, साथ ही 26/11 मुंबई हमले और पठानकोट वायु सेना अड्डे पर हुए हमले जैसे आतंकवादी हमलों के दोषियों के खिलाफ त्वरित कानूनी कार्रवाई की मांग भी की। अमेरिकी पक्ष ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के लोगों और उसकी सरकार के प्रति समर्थन की बात दोहराई।
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