पालनपुर ( नेशनल वार्ता ब्यूरो) । गुजरात में बाढ़ के कारण कई इलाके जलमग्न हैं। बाढ़ से भारी तबाही हो रही है। राज्य बाढ़ नियंत्रण कक्ष द्वारा दिए गए आंकड़ों के मुताबिक, अब तक 186 लोगों की मौत हो चुकी है। उत्तरी गुजरात के बनासकांठा पाटन में हर ओर तबाही का मंजर देखने को मिल रहा है। अकेले बनासकांठा में 60 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। ऐसे में हालात का जायजा लेने मुख्यमंत्री विजय रुपानी खुद बनासकांठा पहुंचे हैं और वह पांच दिनों तक यहीं रहेंगे। बनासकांठा जिले में सबसे ज्यादा मौत बीती 21 जुलाई को हुईं। यहां लगातार भारी बारिश के कारण तालाब ऊपर तक भर गए हैं। जब स्थानीय बांध में पानी खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया, तो काफी पानी छोड़ दिया गया। इसकी वजह से आसपास के इलाकों में भारी तबाही हुई। कंट्रोल रूम के सूत्रों ने बताया कि 21 जुलाई को 61 लोगों की मौत हुई। इनमें से ज्यादातर लोग पानी में डूबने के कारण मारे गए। मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने घोषणा की है कि वह राहत और पुनर्वास कार्य की देखरेख के लिए अगले पांच दिनों तक जिले में डेरा डालेगा। रविवार को रुपानी ने 17 लोगों के रिश्तेदारों से मुलाकात की जो कंचरेज तालुक के खरिया गांव में मारे गए थे। खरिया और आसपास के गांवों में बनस नदी से कम से कम 28 शव बरामद किए गए हैं। उन्होंने पीडि़तों के परिवार के सदस्यों के साथ बातचीत की और मुआवजा की राशि का भी वितरण किया।
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