नरेन्द्रनगर, 6 अप्रैल
राजेन्द्र सिंह गुसाईं
चैत्र नवरात्रि के अवसर पर रामनवमी को बड़ी मात्रा में श्रद्धालुओं ने सिद्ध पीठ माता रानी कुंजापुरी के दर्शन किए व माता रानी से अपने सुख और समृद्धि की कामना की।
सिद्ध पीठ माता रानी माँ कुंजापुरी का मंदिर समुद्र तल से 4500 फीट ऊंचाई पर स्थित है। जिसकी अपनी एक धार्मिक मान्यता है क्योंकि इसे 52 सिद्ध पीठों में से एक माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि यह वह स्थान है जहां भगवान विष्णु के सुदर्शन चक्र से सती (भगवान शिव की पहली पत्नी) का वक्ष गिरा था। इस स्थान से हिमालय चोटियों के मनोहर दृश्य भी देखे जाते हैं।
मंदिर के मुख्य पुजारी राजेंद्र भंडारी व जगमोहन भण्डारी ने बताया कि इस चैत्र नवरात्र के अवसर पर प्रत्येक दिन देश-विदेश से हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं माता रानी कुंजापुरी के दर्शन करने यहां पहुंचे है और माँ की पूजा अर्चना कर आशीर्वाद लेते हैं। कहा कि जो भी भक्त सच्चे मन से माता रानी कुंजापुरी की पूजा अर्चना करता है माँ उनकी उनकी मनोकामनाएं अवश्य पूरी करती है।
वही माता रानी कुंजापुरी मंदिर के ठीक नीचे ऋषिकेश यमुनोत्री मोटर मार्ग पर सौराल्या देवी का मंदिर स्थापित है। यहां पर भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी गई। यहां पर छोटे-छोटे दूकानदारों के द्वारा अपनी-अपनी दुकाने खोली गई है जहां पर स्थानीय लोगों के द्वारा बड़ी मात्रा में खरीदारी भी की गई।