B. of Journalism
M.A, English & Hindi
सावित्री पुत्र वीर झुग्गीवाला द्वारा रचित-
Virendra Dev Gaur Chief Editor (NWN)
महबूबा और अब्दुल्ला परिवार, जिहादिस्तान के दर्द में बेज़ार
बदकिस्मत-कश्मीर के दो ऐटम-बम
पैंतीस-ए और धारा तीन सौ सत्तर कहलाते हम-दम
इसलिए भारत की युवा पीढ़ी को चेता रहे हम
जिहाद की ताकत से भरे हुए ये दो बम
चाचा नेहरू की नासमझी का भर रहे दम
हर मुसलिम नेता कश्मीर का जिहादी है
डंके की चोट पर बार-बार कह रहे हम।
महूबबा हों या अब्दुल्ला परिवार या कोई और
ये जिहादिस्तान का चला रहे कारोबार
जिहादिस्तान के दर्द से बिलबिला रहे हो रहे बेज़ार
ये भारत माता से खाते रहे हैं खार
देश में लोकतंत्र है बरकरार
राष्ट्रपति नहीं है देश का चौकीदार
प्रधानमंत्री है वास्तव में लम्बरदार
इसीलिए वीर कह रहा युवाओ खबरदार!
सन्यासी देशभक्त मोदी को यारो इस बार
पहुँचाओ चार सौ के पार
संसद की ताकत से फिर
इन दो ऐटम बमों पर होगा प्रहार
आर-पार के दोनों कश्मीर
जीतेंगे हम प्रतिज्ञा कर रहा वीर
तो दोस्तो हो जाओ धीर-गम्भीर
जिस देश के युवा देशभक्ति से भर जाते
उनके सामने फरिश्ते भी झुक जाते।
-जय भारत -जय जवान -जय मोदी