रांची। झारखंड में खूंटी जिले की पुलिस ने सोमवार को प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा-माओवादी के एक हार्डकोर सदस्य को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर को गुप्त सूचना मिली थी कि एक कुख्यात माओवादी किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए सायको थाना क्षेत्र के जिउरी के पास जिउरी बुरूडीह जंगल पहुंचा है। एसपी आशुतोष शेखर के निर्देश पर सायको थाना और एसएसबी हुंठ दलबल के साथ जंगल पहुंचा। पुलिस की टीम जैसे ही जंगल पहुंची माओवादी पुलिस को देखते ही भागने लगा लेकिन पुलिस के जवानों ने माओवादी को खदेड़ कर गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार माओवादी के खिलाफ हत्या और दहशत फैलाने के कई मामले सायको थाना में दर्ज है। एसपी ने यह भी बताया कि माओवादी सुखराम मुंडा और उनके दस्ता सदस्य खूंटी और सायको इलाके में बैनार पोस्टर चस्पा कर ग्रामीणों में दहशत फैलाने का काम किया करता था। बता दे कि इसके पहले झारखंड पुलिस और सीआरपीएफ की संयुक्त अभियान में नक्सलियों के बैनर पोस्टर लगाने वाले पांच नक्सलियों की भी गिरफ्तारी हो चुकी है। पुलिस द्वारा बताया गया कि कई साल से फरार नक्सली सुखराम भी पकड़ा गया है। एसपी ने बताया कि सुखराम फिर से दहशत फैलाने कर अलावा कोई बड़ी कांड को अंजाम देने पहुंचा था लेकिन पुलिस उसे पहले ही गिरफ्तार कर लिया। गौरतलब है कि नक्सलवाद के खात्मे की ओर खूंटी पुलिस लगातार अभियान चला रही है जिसका नतीजा है कि शनिवार को १० लाख का इनामी नक्सली शनीचर सुरीन को मुठभेड़ में मार गिराया था और आज एक हार्डकोर नक्सली पकड़ा गया। दो दिन पहले ही झारखंड के डीजीपी नीरज सिन्हा ने १५ लाख के इनामी नक्सली बुद्धेश्वर को मार गिराए जाने के बाद शनिवार को १० लाख रुपए का इनामी पीएलएफआई (क्करुस्नढ्ढ) का नक्सली शनिचर सुरिन को मुठभेड़ में ढेर करने वाले पुलिसकर्मियों की पीठ थपथपाई थी। दोनों नक्सलियों के मारे जाने के बाद रांची पुलिस मुख्यालय में ष्ठत्रक्क नीरज सिन्हा ने नक्सली बुद्धेश्वर उरांव को मार गिराने वाली टीम को सम्मानित करने के साथ इनाम के १५ लाख रुपए देकर पुरस्कृत किया।
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