बिट्टा बब्बर शेर
भारत माँ ने जन्मे हैं
एक से बढ़कर एक वीर महान
बेमिसाल हैं दुनिया में
भारत माँ की ये सन्तान।
मनिन्दर जीत सिंह बिट्टा है
भारत में इक ऐसा नाम
दिल में जिसके उठता है
देश प्रेम का तगड़ा तूफान।
आँखों में जिसके बिजली है
धड़कनों में मचलता है घमासान
बातों में जिसके भरा है
देश की बेहतरी का अरमान।
कहता है गुरु गोबिंद सिंह जी का बच्चा खुद को
इतना है उसको गहरा ज्ञान
गुरु गोबिंद सिंह जी को समझ गया जो
वह तो समझो हुआ शूरवीर महान।
गुरु गोबिंद सिंह जी थे सन्त महान
पराक्रम में थे वे विश्व-कीर्तिमान
अखंड भारत के लिए सामाजिक-समरसता को कहा ज़रूरी जिन्होंने
उसूल था जिनका त्याग, तपस्या और सर्वस्व बलिदान।
भारत माता के विरले सपूत
श्री गुरु गोबिंद सिंह जी से
होगा जो प्रेरित गुणवान
बिट्टा जैसा ही होगा वह इन्सान, परम-शक्तिमान।
साहिब-ए-कमाल ने चुने पंच प्यारे
खालसा पंथ की सिरजना (स्थापना) में हुए शामिल सिख सारे
पूरे भारत के लोग थे गुरु जी की आँखों के तारे
भारत की धरती से आतंकवाद (मजहबी उन्माद) के खात्मे को थे गुरु जी अवतारे।
‘रामावतार’ की रचना करने वाले
महान कवि भी हैं गुरु गोबिंद सिंह जी
जिनके बाद बन्दा-बहादुर ने चलाई मुगलों के खिलाफ लड़ाई
लेकिन बदकिस्मती से तब हमने थी मात खाई।
महाराजा रणजीत सिंह जी की जब बादशाहत आई
दुनिया ने देखी उनकी शूरवीरता और चतुराई
हरी सिंह नलवे ने जब अपनी तलवार लहराई
देश के दुश्मनों ने तब हर मोर्चे पर मुँह की खाई।
बिट्टा जी आतंक के खिलाफ चल रही जो आपकी लड़ाई
आपने तो शूरवीरता है विरासत में पाई
किन्तु आज के दौर में देशभक्त सिखों की जो आपने शान बढ़ाई
आपके इस बुलन्द जज्बे से देश में नई रंगत आई।
अड़ोस-पड़ोस के तमाम आतंकी बिट्टा जी
आप जैसे देशभक्तों की गर्मी से लाख की तरह पिघलकर रह जाएंगे
देख लीजिएगा एक दिन ये सब आतंकवादी
जहन्नुम की राह पकड़ते नजर आएंगे।
आप पर किए आतंकियों ने जो जानलेवा हमले
ढेर होकर रह गए कायरों के वे हमले
माँ भारती के लाड़ले हर दाँव दुश्मन का तेरे
मुँह के बल गिर जाएगा देखे ऐसे कायर दुश्मन बहुतेरे
तेरी ललकार के आगे वह धूल में मिल जाएगा
जो भी तुझसे टकराने आएगा
भारतीय हैं हम
हम में है दम
बैरी जमाना देख बढ़ते कदम हमारे
दाँतों तले उँगली दबाए दंग खड़ा रह जाएगा।
-सावित्री पुत्र वीर झुग्गीवाला, स्वतंत्र पत्रकार, देहरादून।