नईदिल्ली । अर्थव्यवस्था में सुधार के संकेत दिखने लगे हैं। देश का औद्योगिक उत्पादन 6 महीने के बाद सकारात्मक दायरे में पहुंच गया है। खनन और बिजली उत्पादन क्षेत्रों के बेहतर प्रदर्शन की बदौलत सितम्बर महीने में औद्योगिक उत्पादन में 0.2 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) के गुरुवार को जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक औद्योगिक उत्पादन में सितम्बर में 0.2 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। हालांकि, आईआईपी में 77.63 फीसदी हिस्सेदारी रखने वाले विनिर्माण क्षेत्र में सितम्बर महीन में 0.6 फीसदी की मामूली गिरावट रही है। वहीं, खनन और बिजली क्षेत्र के उत्पादन में क्रमश: 1.4 फीसदी और 4.9 फीसदी की वृद्धि हुई है। आईआईपी के पिछले साल सितम्बर के आंकड़ों को यदि देखा जाए तो इसमें 4.6 फीसदी की गिरावट आई थी। ज्ञात हो कि औद्योगिक उत्पादन में इस साल फरवरी महीने में 5.2 फीसदी की वृद्धि हुई थी। उसके बाद कोविड-19 की महामारी के बाद लागू देशव्यापी लॉकडाउन के कारण मार्च में 18.7 फीसदी, अप्रैल में 57.3 फीसदी, मई में 33.4 फीसदी, जून में 16.6 फीसदी और जुलाई में 10.8 फीसदी की गिरावट आईआईपी में आई थी।
सांख्यिकी और कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय ने जारी एक बयान में बताया कि अगस्त के आईआईपी आंकड़ों को संशोधित किया गया है। इसके तहत इसमें 7.4 फीसदी की गिरावट रही, जबकि पिछले महीने जारी अस्थायी आंकड़ों में इसमें 8 फीसदी की गिरावट आने का अनुमान व्यक्त किया गया था। आंकड़ों के मुताबिक चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-सितम्बर के दौरान आईआईपी में 21.1 फीसदी की गिरावट आई है, जबकि पिछले वित्त वर्ष 2019-20 की इसी अवधि में 1.3 फीसदी की वृद्धि हुई थी।
Check Also
Monumentos incomuns e edifícios antigos
Nosso estado, como todos os países do planeta, é único em seus monumentos e estruturas …