रूद्रपुर (संवाददाता)। निजी खनन पट्टे खुलते ही अवैध खनन का खेल शुरू हो गया है। ओवरलोड के बहाने नदियों से खनन की निकासी की जा रही है। इसकी सच्चाई पकड़े जा रहे वाहनों से सामने आ रही है। वन विभाग का सुरक्षा दल एक पखवाड़े में इस तरह के नौ वाहनों को पकड़ चुका है। कैलाश नदी में खनन के निजी पट्टे संचालित होते ही अवैध खनन का कारोबार शुरू हो चुका है। बड़े पैमाने पर ओवरलोड के जरिए रॉयल्टी से अधिक उपखनिज निकाला जा रहा है। बिना रॉयल्टी के भी वाहन उपखनिज ले जा रहे है। पकड़े जाने पर ही खनन कारोबारी रॉयल्टी दिखाते है। स्थानीय प्रशासन वाहनों पर रॉयल्टी को चेक करना जरूरी नहीं समझता। जिस वजह से स्थानीय प्रशासन के हत्थे अवैध खनन के वाहन नहीं चढ़ रहे है। वन विभाग का सुरक्षा दल इस तरह के वाहनों पर निगरानी जमाए हुए है। अब तक सुरक्षा दल निजी पट्ट्टों के जरिए हो रहे अवैध खनन के खेल में नौ वाहनों को पकड़ चुका है। वन विभाग के सचल दल प्रभारी सुनील गैरोला ने बताया कि साधुनगर खनन क्षेत्र में संचालित पट्टे से ओवरलोड खनन के वाहन पकड़े गए है। उन्होंने माना कि पट्ट्टे से ही ओवरलोड के बहाने अवैध खनन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आगे भी अवैध खनन पर छापेमारी की जाएगी। वहीं कोतवाल संजय कुमार ने बताया कि उपखनिज ले रहे वाहनों को चेक किया जाता है। बीते सप्ताह एक टै्रक्टर-ट्रॉली पुलिस ने नकुलिहा चौराहे पर पकड़ी थी।