देहरादून (संवाददाता)। अब सरकार नशा करने वाले लोगों का सर्वे कराने जा रही है। स्वास्थ्य विभाग की आशाएं घर-घर जाकर शराब पीने वालों और पान-तंबाकू खाने वालों की जानकारी एकत्र करेंगी। इतना ही नहीं पारिवारिक सदस्यों के स्वास्थ्य से संबंधित छोटी-छोटी जानकारी भी जुटाएंगी। दरअसल, सरकार विभिन्न रोगों के बारे में जानकारी एकत्र करने के लिए यह सर्वे कराने जा रही है। सर्वे में आशा कार्यकर्ता एक फॉर्मेट में सारी जानकारी जुटाएंगी। लोगों को अपने बीमे के बारे में बताने के साथ ही वह शराब पीते हैं या नहीं, पान-तंबाकू खाते हैं या नहीं, ये भी बताना होगा। इतना ही नहीं कमर की माप देने के अलावा यह भी बताना होगा कि वह व्यायाम करते हैं या नहीं। सांस फूलता है या नहीं। मुंह खोलने में परेशानी तो नहीं है। घर पक्का है या कच्चा, बिजली, पानी व शौचालय की स्थिति एवं भोजन बनाने के लिए उपयोग होने वाले ईधन की जानकारी भी देनी होगी। सर्वे के लिए संयुक्त चिकित्सालय में आशाओं का प्रशिक्षण भी हो चुका है। आशा कार्यकर्ताओं ने जताई नाराजगी आशा कार्यकर्ताओं ने इस सर्वे को लेकर नाराजगी भी जताई है। उनका कहना है कि हर व्यक्ति का एक फॉर्म भरा जाएगा। जिसमें समय लगेगा। सर्वे की जिम्मेदारी तो उन्हें मिल गई। लेकिन अब तक इस सर्वे के लिए मानदेय तय नहीं किया गया है। रोगों का रिकॉर्ड तैयार होगा आशा बसंती देवी बताती हैं कि यह सर्वे राज्य सरकार की ओर से कराया जा रहा है। सर्वे के जरिए एक रिकॉर्ड तैयार किया जाएगा कि किस रोग के कितने लोग किस क्षेत्र में हैं। 30 वर्ष से ऊपर के लोगों को ही इसमें शामिल किया जाएगा।
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