
देहरादून 03 जनवरी, 2020 । डा0 राजेन्द्र डोभाल, महानिदेषक, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिशद ने विज्ञान धाम में ‘हैलो उत्तराखण्ड ऐप’ को लाँच किया। डा0 डोभाल ने इस ‘हैलो उत्तराखण्ड ऐप’ पर कार्य कर रहे आकाष षर्मा, युवा आई0टी0 पेषेवर व डाटा एक्सपर्ट जो पब्लिक रिलेषन सोसायटी ऑफ इण्डिया, देहरादून चेप्टर के सक्रिय सदस्य है, को बधाई दी। तकनीकी रूप से इस ऐप को कैसे जनउपयोगी बनाया जा सकता है, इस हेतु अपने विचार साझा किये। उन्होने कहा कि बड़ा हर्श का विशय है कि हमारे प्रदेष के युवा तकनीकी का उपयोग करके नये कार्य कर रहे हैं। यह हैलो उत्तराखण्ड ऐप हमारे प्रदेष के पर्यटन व्यवसाय के लिये आने वाले समय में बहुत उपयोगी सिद्ध होगा। इस ऐप के बनाने वाले आकाष षर्मा ने बताया कि उत्तराखण्ड में पर्यटन की अपार सम्भावना है। हर वर्श लाखों विदेषी पर्यटन राज्य में आते हैं। विदेषी पर्यटकों एवं हमारे स्थानीय निवासियों के मध्य भाशा को लेकर काफी समस्या रहती है। इसी बात को महसूस करते हुये हमनें एक ऐसा ऐप तैयार किया है जिससे पर्यटकें एवं स्थानीय लोगों की भाशा की समस्या समाप्त हो सके। कोई भी विदेषी पर्यटक अपनी देष की भाशा में उत्तराखण्ड की गढ़वाली एवं कुमाउनी तथा जौनसारी भाशा के षब्दों को बोल व समझ सकेगा। अभी इस ऐप का बीटा वर्जन जारी किया है जो गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध है। फरवरी, 2020 में वृहद स्तर पर इसको लाँच किया जायेगा। अभी ऐप से लगभग 100 भाशाओं में अनुवाद हो सकेगा। इस अवसर पर पी0आर0एस0आई0 देहरादून चेप्टर के सचिव, अनिल सती, संयुक्त सचिव, अमित पोखरियाल, कोशाध्यक्ष, सुरेष भट्ट, वैभव गोयल, डा0 बी0पी0 पुरोहित, संयुक्त निदेषक एवं डा0 राकेष सुन्द्रियाल, वरिश्ठ वैज्ञानिक, हिमालय पर्यावरण एवं विकास संस्थान, अल्मोड़ा भी उपस्थित थे।
(अमित पोखरियाल)
प्रबंधक-जनसंपर्क
यूकॉस्ट, देहरादून।