cleanliness service
देहरादून (सू0वि0) । राज्यपाल Dr. K.K. Paul एवं मुख्यमंत्री श्री Trivendra Singh Rawat ने मुख्यमंत्री आवास के जनता मिलन हाॅल में #Swachhta Hi Seva कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। स्वच्छता अभियान के व्यापक प्रचार-प्रसार एवं जन जागरूकता के लिए राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री ने गढ़वाल एवं कुमांऊ के लिए एक-एक स्वच्छता रथ को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। राज्यपाल डाॅ.पाल ने कहा कि जन और देश हित में 02 अक्टूबर 2014 को सम्पूर्ण भारत में स्वच्छता की शपथ ली गई। उसके बाद समय-समय पर स्वच्छता कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। स्वच्छ भारत मिशन को पूर्ण रूप से सफल बनाने के लिए इस तरह के जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से ऊर्जा देने की आवश्यकता है। ताकि स्वच्छता मिशन के लक्ष्य में किसी भी प्रकार का भटकाव न आए। राज्यपाल डाॅ. पाल ने कहा कि पिछले तीन सालों में विश्वविद्यालयों ने स्वच्छता अभियान पर अच्छा कार्य किया है। गोविन्द बल्लभ पंत कृषि विश्वविद्यालय ने स्वच्छता के मामले में देश के सभी विश्वविद्यालयों में से प्रथम स्थान प्राप्त किया। उन्होंने कहा कि अन्य संस्थाओं, स्कूलों को भी इससे प्रेरित होकर इस अभियान को आगे बढ़ाना होगा। इस स्वच्छता पखवाड़े में 17 सितम्बर को प्रधानमंत्री श्री Narendra Modi के जन्म दिवस के अवसर पर ‘सेवा दिवस’ , 25 सितम्बर को पं. दीन दयाल उपाध्याय के जन्म शताब्दी के अवसर पर ‘सर्वत्र स्वच्छता दिवस’ एवं 02 अक्टूबर को गांधी जयंती के अवसर पर ‘स्वच्छ भारत दिवस’ के रूप में मनाया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन एवं #NewIndia के लक्ष्य को हम सबको गम्भीरता से लेना होगा। मोहल्लों एवं गांवों से एम्बेस्डर बनकर इस अभियान को आगे बढ़ाना होगा। उन्होंने कहा कि #Uttarakhand ग्रामीण क्षेत्रों में शौच से मुक्त(ODF) होने वाला देश का चौथा राज्य है। मार्च 2018 तक राज्य के शहरी क्षेत्र को भी पूर्ण रूप से #ODF करने का लक्ष्य रखा गया है। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि इस अभियान को आगे बढ़ाने के लिए सरकार के कार्यक्रमों में सबका योगदान जरूरी है। स्वच्छता मिशन को सफल बनाने के लिए जन सहयोग एवं सहभागिता के साथ ही सबको व्यक्तिगत प्रयास भी करने होंगे। पेयजल मंत्री श्री Prakash Pant ने कहा कि पिछले 03 वर्षों से शीर्ष पदाधिकारियों से लेकर गांव के अन्तिम व्यक्ति तक सभी लोग स्वच्छता अभियान से जुड़े हैं। किसी भी अभियान को सफल बनाने के लिए समाज की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। स्वच्छता पखवाड़े के तहत 17 सितम्बर को सेवा दिवस के रूप में, 24 सितम्बर को समग्र स्वच्छता दिवस, 25 सितम्बर को सर्वत्र स्वच्छता दिवस, 01 अक्टूबर को आइकाॅनिक(विशिष्ट) स्थलों की स्वच्छता दिवस एवं 02 अक्टूबर को स्वच्छ भारत दिवस के रूप में स्वच्छता अभियान चलाया जायेगा।