राज्यपाल श्रीमती बेबी रानी मौर्य ने आई०एम०एस० यूनिसन विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह को संबोधित किया। राज्यपाल विश्वविद्यालय की विजिटर भी हैं। राज्यपाल ने कहा कि भारत के युवा वर्तमान वैश्विक परिदृश्य में अपनी श्रेष्ठता साबित कर सके, इसके लिए हमारे विश्वविद्यालयों को बड़ी भूमिका निभानी होगी। व्यावहारिक पाठ्यक्रमों के साथ अंतर वैषयिक शिक्षा पर ध्यान देना होगा। परम्परागत प्रणाली जहाँ जड़ों को मजबूत करें। नए ईंनोवेटिव तौर तरीके नयी चुनौतियों का समाधान खोजें। आज आर्टिफिशल इंटेलिजेन्स और बायोटेक्नोलाॅजी का दौर है। इंटरनेट का जमाना है, शिक्षा के प्रत्येक क्षेत्र में आवश्यक बदलाव आ रहे हैं और इनका स्वागत किया जाना चाहिए। परंतु अपनी मूल संस्कृति, अपने मूल्यों का सदैव ध्यान रखना चाहिए। हमारे वेद उपनिषदों में जो महान वैज्ञानिक ज्ञान भरा पड़ा है, उसे भी आधुनिक संदर्भों में युवा पीढ़ी तक पहुँचाना हम सब की जिम्मेदारी है। राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने कहा कि शिक्षण संस्थान अपने अध्यापकों और विद्यार्थियों के सहयोग से आउटरीच प्रोग्राम के जरिये सामुदायिक सेवा की भावना विकसित करें। समाज के वंचित वर्ग के सशक्तिकरण के लिए आगे आएं। जमीनी स्तर पर सामुदायिक सेवा केन्द्रों की सहायता और गाँवों में ई-गवर्नेंस सुलभ कराने पर भी कार्य करें। राज्यपाल ने विश्वविद्यालय के टॉपर छात्र-छात्राओं को स्वर्ण पदक एवं प्रशस्ति पत्र भी प्रदान किये। राज्यपाल ने गोल्ड मेडलिस्ट विद्यार्थियों में छात्राओं की बड़ी संख्या पर हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि महिलाओं के सशक्तिकरण हेतु उन्हें डिसीजन मेकिंग में स्थान देना जरूरी है। –सू0वि0