रूड़की (संवाददाता)। पुरानी तहसील राजपुताना स्थित सोना देवी शिव मंदिर में गोकथा का आयोजन किया जा रहा है। मंगलवार को कथा के दौरान कथा व्यास पंडित रमेश सेमवाल ने कहा कि गो विश्व की मां है। गोमाता के शरीर में ऑक्सीजन होता है। जिससे संसार को प्राण वायु मिलती है। गाय के दूध, दही, मूत्र और घी से रोग दूर होते हैं, लेकिन दुर्भाग्य है कि गोमाता जूठन खा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार गोमाता को राष्ट्रमाता घोषित करे और गो मंत्रालय का गठन करे। उन्होंने कहा कि गोमाता की करुण पुकार पर ही भगवान श्रीराम और भगवान श्रीकृष्ण का अवतार हुआ था। हमारी संस्कृति के पांच प्राण गो, गंगा, गीता, गायत्री और गोपाल हैं। उन्होंने बताया कि कार्तिक माह के शुभ अवसर पर 16 नवंबर गोपाष्टमी तक कथा आयोजित होगी।
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