बागेश्वर (संवाददाता)। ट्रामा सेंटर के पास किराये में रहने वाले बिहारी मूल के मजदूर के कमरे में आग लग गई। हादसा खाना बनाते समय रसोई गैस सिलेंडर में रिसाव से हुआ। आग से मजदूर का सामान और नगदी जलकर खाक हो गई। फायर विभाग ने मौके पर जाकर आग पर काबू पाया। जिससे बड़ा हादसा होने से टल गया। आग लगने से मोहल्ले में भी अफरा-तफरी का माहौल रहा। शनिवार सुबह करीब साढ़े 7:30 बजे ट्रामा सेंटर के निकट तारा चौधरी के किरायेदार बिहार निवासी रामानंद और उसके साथी खाना बना रहे थे। अचानक गैस सिलेंडर से रिसव होने लगा। सिलेंडर के लीक होने से चूल्हे में जल रही आग भड़क उठी। देखते ही देखते आग सामान तक फैल गई। आग लगता देख मजदूर घबरा गया। उन्होंने आग पर काबू पाने की कोशिश की, लेकिन सफलता नहीं मिली। वह घबरा कर बाहर की तरफ भागे। आसपास के लोगों ने आग लगता देख तत्काल फायर और पुलिस को सूचना दी। फायर के जवान मौके पर पहुंचे। मकान गली के भीतर होने से उन्हें काफी परेशानी उठानी पड़ी। तब तक आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। गैस सिलेंडर भी पूरी तरह से आग की चपेट में आ गया। आग से कमरे में रखा बिस्तर, कपड़े, बर्तन और मजदूरों के कमाए 50 हजार से अधिक रुपये जलकर नष्ट हो गए। अग्निशमन अधिकारी महेश चंद्र ने कहा कमरे में 11 मजदूर रहते थे। आग से उनका सारा सामान जलकर नष्ट हो गया। तंग गली में कमरा होने से आग बुझाने में परेशानी हुई। एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। आग फैलती तो होता बड़ा हादसा – बागेश्वर। ट्रामा सेंटर के समीप जिस कमरे में आग लगी वह मकान एक तंग गली में था। फायर विभाग ने समझदारी दिखाते हुए कई पाइपों की मदद से आग तक पानी उपलब्ध कराया। अगर समय रहते आग पर काबू नहीं पाया जाता तो बड़ा हादसा भी हो सकता था।
