
हरिद्वार (संवाददाता)। चिडिय़ापुर वन क्षेत्र में अवैध कटान थमने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार रात में शेरपुर कक्ष संख्या 6 बी में सागौन के 4 और अन्य 2 पेड़ों को वन तस्कर काटकर ले गए। हरिद्वार-नजीबाबाद हाइवे पर लाहड़पुर तिराहे के पास हाइवे से मात्र 50 मीटर दूरी पर तस्करों ने एक बार फिर वन विभाग की आंखों में धूल झोकते हुए सागौन के कीमती पेड़ काट लिये। वन विभाग के कर्मचारियों को भनक तक नहीं लग पाई। अगले दिन गश्त पर निकली वन विभाग की टीम को मौके से पेड़ों की कुछ लकडिय़ा बरामद की है। जबकि कीमती लकड़ी तस्कर ले गए। वन कर्मचारियों का कहना है कि हाइवे पर कांवड़ के शोर शराबे और कर्मचारियों की व्यस्थता का वन तस्करों ने फायदा उठाया। पेड़ों को काटने के लिए इलेक्ट्रिक आरी का प्रयोग किया गया। एक सप्ताह में पेड़ चोरी की ये दूसरी घटना है। 24 जुलाई को भी खैर के 7 खड़े पेड़ काट ले गए। जिसमें वन विभाग अभी तक तस्करों का सुराग तक नहीं लगा सके। लेकिन अब एक बार फिर हजारों की कीमत के सागौन के पेड़ काट ले गये। वन प्रभागीय अधिकारी आकाश वर्मा का कहना है कि वन तस्करों ने कावंड़ मेले की भीड़ और शोर शराबे का फायदा उठाया है। 4 पेड़ सागौन और दो अन्य सहित 6 पेड़ों को इलैक्ट्रिक आरी द्वारा काटा गया है। जिसमे कुछ कटी लकडिय़ा मौके से बरामद हई है। अज्ञात में जुर्म व मुकदमे की कार्रवाई की जा रही है। जल्द ही वन तस्कर को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।