
बागेश्वर (संवाददाता)। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में गुलदार के हर घटनाक्रम को वन विभाग झुठला रहा है। इस पर ग्रामीणों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। अब ग्रामीणों ने क्रमिक अनशन को आमरण अनशन में तब्दील करने की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि वन विभाग क्षेत्र में एक और बढ़ी घटना का इंतजार कर रहा है। वे 13 दिन से अनशन पर हैं। अभी तक वन विभाग के जिला स्तरीय अधिकारी एक बार भी आंदोलन स्थल पर नहीं पहुंचे हैं। इस तरह की उपेक्षा अब सहन नहीं होगी। भूलगांव में आंदोलन स्थल पर बुधवार को स्यांकोट, महोली, जलमानी, पचार, किड़ई तथा नाकुरी क्षेत्र से लोग पहुंचे। 13वें दिन अनशन पर भूपेंद्र सिंह, महिपाल सिंह सिंह तथा विजय कुमार बैठे। यहां हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि एक महीने पहले उनके गांव में गुलदार ने एक मासूम को अपना निवाला बनाया। इसके बाद एक बच्ची पर जानलेवा हमला कर दिया। इस घटना के बाद ग्रामीणों ने आंदोलन शुरू कर दिया। इस दौरान गुलदार ने तीन बकिरयों और अन्य मवेशियों को अपना निवाला बना दिया है। इस बात की सूचना वन विभाग को दी गई, लेकिन वन विभाग उनकी हर बात को झुठला रहा है। उन्हें लग रहा है कि ग्रामीण झूठ बोल रहे हैं। उन्हें अब क्षेत्र में एक और बड़ी घटना का इंतजार है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि उनकी अनदेखी की गई तो आमरण अनशन शुरू कर देंगे। मौके पर मेहरमान सिंह, हिमांशु सिंह, आंनद राठौर, दीपक सिंह, भूपाल सिंह, बलवंत सिंह, नीरज सिंह, दीपक बिष्ट, सुंदर राठौर तथा नरेद्र सिंह आदि मौजूद थे।