
कोटद्वार (संवाददाता)। राष्ट्रीय प्रेस दिवस के मौके पर कोटद्वार प्रेस क्लब के तत्वावधान में आयोजित गोष्ठी में पत्रकारिता के स्तर में आ रही गिरावट पर चिंता जताई गई। साथ ही इसमें सुधार के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत पर जोर दिया गया। यहां एक होटल में आयोजित गोष्ठी में वक्ताओं ने कहा कि राष्ट्रीय प्रेस दिवस पत्रकार होने के नाते अपनी जिम्मेदारियों को समझने का दिवस है। एक दौर था जब पत्रकार ने अपनी लेखनी के जरिए समाजिक हित में बड़े आंदोलनों को जन्म दिया व समाज ने पत्रकार को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ माना, लेकिन आज स्थितियां लगातार बदल रही हैं। पत्रकारिता पर व्यवसायिकता हावी हो गई है, जिस कारण पत्रकारिता के स्तर में लगातार गिरावट आ रही है। निजी फायदे के लिए सोशल मीडिया पर फेक न्यूज भेजने का चलन बढ़ा है, जिसका सीधा असर समाज पर पड़ रहा है व समाज में पत्रकार की छवि धूमिल हो रही है। एकस्वर में पत्रकारिता के सिद्धातों का पालन करते हुए पत्रकारिता के मूल स्वरूप को बनाये रखने पर जोर दिया। साथ ही समाज की कठिन समस्याओं पर भी अपनी लेखनी के माध्यम से सरकारों को चेताने की बात कही गयी है, ताकि मानव जीवन के लिए कठिन होती जा रही समस्याओं का समय रहते ही निराकरण हो सके। गोष्ठी के दौरान कोटद्वार प्रेस क्लब के भावी रणनीति पर भी चर्चा की गई। अध्यक्ष राजगौरव नौटियाल की अध्यक्षता में आयोजित गोष्ठी में उपाध्यक्ष आशीष बलोधी, सचिव अजय खंतवाल, सह सचिव विमल ध्यानी, कोषाध्यक्ष अनुपम भारद्वाज, पूर्व अध्यक्ष सुधींद्र नेगी, पूर्व सचिव चंद्रेश लखेड़ा, चंद्रमोहन शुक्ला, नरेश थपलियाल, शराफत अली, गणेश काला, रणवीर सिंह, पुष्पाल सिंह, पंकज पसबोला, राजन गर्ग, नितिन अग्रवाल, नरेंद्र सिंह नेगी, विवेक बनियाल, दिनेशपाल सिंह, निखिल चौहान, अरविंद दुदपुडी सहित कई पत्रकार मौजूद थे। इस मौके पर कार्यक्रम का संचालन सुभाष नौटियाल द्वारा किया गया।