हैंड पम्पों के गंदे पानी से निजात दिलाने के लिए सरकार ने भल्ला फॉर्म क्षेत्र में बिछाई करोड़ों की पेयजल लाइन, नहीं मिल रहा क्षेत्रीय लोगों को योजना का लाभ
श्यामपुर 16 फरवरी
दिनेश सिंह सुरियाल
ग्रामीण क्षेत्र में लोगों को हैंड पंपों के गंदे पानी से निजात दिलाने के लिए सरकार ने लगभग 9 करोड़ रुपए की लागत से जल जीवन मिशन कार्यक्रम श्यामपुर पेयजल योजना के तहत (हर-घर नल, हर घर-जल) लोगों को साफ व स्वच्छ पानी पीने के लिए नई पाइप लाइन बिछाई है। कार्यदायी संस्था निर्माण शाखा उत्तराखण्ड पेयजल निगम देहरादून द्वारा ठेकेदार के माध्यम से भल्ला फार्म क्षेत्र में पेयजल लाइन बिछाई गई मगर पाइप लाइन में घटिया सामग्री का प्रयोग कर यह पाइप लाइन शुरुआती दौर में ही दम तोड़ती नजर आ रही है। जिससे इस पाइप लाइन का लाभ क्षेत्रीय लोगों को नहीं मिल पा रहा है। लोगों में विभाग के प्रति आक्रोश बनता जा रहा है।
भल्ला फॉर्म क्षेत्र में ग्रामीणों को हैंड पंपों के गंदे पानी से निजात दिलाने के लिए सरकार ने लगभग 9 करोड़ो रुपए की लागत से जल जीवन मिशन कार्यक्रम श्यामपुर पेयजल योजना के तहत नई पाइप लाइन बिछाई गई है। जिसका पानी का टैंक श्यामपुर फाटक के समीप बनाया गया है।
कार्यदायी संस्था निर्माण शाखा उत्तराखण्ड पेयजल निगम देहरादून ने ठेकेदार के माध्यम से भल्ला फॉर्म क्षेत्र में पेयजल लाइन तो बिछाई गई है मगर घटिया किस्म की सामग्री (पाइप) बिछाने से यह पाइप लाइन जगह-जगह से लीक हो रही है। जिनका आए दिन मरम्मत तो की जाती है मगर दूसरे दिन फिर से वहीं पर पाइप लाइन लीक होती नजर आती है। पाइप लाइन से पानी लीके होने से जहां लोगों को पीने के लिए पानी नहीं मिलता है वहीं यह पानी सड़कों पर बेकार बहने से लोगों को सड़कों पर आवाजाही में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। यहां तक कि गढ़ी मुख्य मार्ग सहित भल्ला फार्म क्षेत्र में पाइप लाइन बिछाने के बाद पाइप लाइन को सही ढ़ग से बंद न पर से जगह-जगह पर गढ्ढे बने हुए हैं। जिन्हें विभाग द्वारा सही नहीं किया गया है।
इस संबंध में भल्ला फार्म विकास समिति के सचिव एडवोकेट रणवीर सिंह राणा व क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि यह योजना पूर्ण रूप से विफल है। पाइप लाइन पर प्रेशर बिल्कुल नहीं है। पाइप लाइन को मानकों के अनुरूप नहीं बिछाया गया है। जिससे पाइप लाइन बार-बार जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हो जाती है। कहा कि अभी तक अधिकांश घरों में कनेक्शन भी नहीं दिए गए हैं। इस संबंध में कई बार विभाग को लिखित एवं मौखिक रूप से शिकायत की गई है मगर विभाग की कान में जूं तक नहीं रेंग रहा है। वह इस ओर ध्यान देने को तैयार नहीं है। जिससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि करोड़ों रुपए की लागत से बिछाई गई यह पेयजल लाइन शुरुआती दौर में ही दम तोड़ने लगी है।
फोटो परिचय:- ग्राम प्रधान/प्रशासक श्यामपुर विजयपाल जठूड़ी
इस संबंध में ग्राम प्रधान व प्रशासक ग्राम सभा श्यामपुर विजयपाल जठूड़ी कहा कि विभागीय अधिकारियों व ठेकेदार की मिलीभगत के कारण इस पेयजल लाइन पर घटिया सामग्री का प्रयोग किया जा रहा है। जिसके कारण पेयजल लाइन जगह-जगह से लीक हो रही है। कहा कि इस संबंध में उन्होंने कई बार अधिशासी अभियंता से शिकायत भी की मगर स्थित जस की तस बनी है। उन्होंने कहा कि इस योजना को मार्च 2024 तक पूरा हो जाना था मगर अब मार्च 2025 लगने वाला है। मगर अभी तक यह योजना पूरी नहीं हो पाई है। कहा कि अभी तक 75 प्रतिशत घरों में विभाग द्वारा कनेक्शन भी नहीं दिए गए हैं। जिससे इस योजना का लाभ क्षेत्रीय लोगों को नहीं मिल पा रहा है और लोगों को मजबूर होकर हैंड पम्पों से ही पानी पीना पड़ रहा है।
फाइल फोटो:- स्थलीय निरीक्षण करती अधिशासी अभियंता कंचन रावत और साथ में है निवर्तमान क्षेत्र पंचायत सदस्य भाग दो प्रभाकर पैन्यूली
वहीं निवर्तमान क्षेत्र पंचायत सदस्य भाग दो प्रभाकर पैन्यूली ने बताया कि घटिया सामग्री के कारण भल्ला फार्म क्षेत्र में बिछाई गई पेयजल लाइन विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के कारण जगह-जगह लीक हो रही है। कहा कि वह जगह-जगह लीक हो रहे पानी का स्थलीय निरीक्षण अधिशासी अभियंता कंचन रावत से करा चुके हैं मगर निरीक्षण के बावजूद भी स्थिति जस की तस बनी हुई है। उन्होंने कहा कि अधिकारी सुनने को तैयार नहीं है। जबकि वह इस योजना को पास करने के लिए दिन-रात काम करते रहे। कहा कि अगर पेयजल लाइन से सुचारू रुप से जलापूर्ति नहीं होती है तो यह योजना केवल शोपीस बनकर रह जाऐगी।
इस संबंध में जल निगम के अधिशासी अभियंता कंचन रावत ने कहा कि अभी पेयजल लाइन पर टेस्टिंग का काम चल रहा है। टेस्टिंग के दौरान पाइप लाइन में हो रहे लिकेजों को ठीक किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बजट की कमी के कारण योजना का काम धीमी गति से चल रहा है। बजट उपलब्ध होते ही योजना पर तीव्र गति से कार्य किया जाएगा।