तिनके से उठकर पहाड़ सा कद
पौड़ी गढ़वाल के गाँव पिनानी से निकलकर अन्तर-राष्ट्रीय जद
पाने वाले व्यक्तित्व डा0 रमेश पोखरियाल निशंक की हद
दाँतो तले उँगली दबाने को
अचरज में पड़ जाने को
करती है विवश हर्षाने को
कलम चल पड़ती है कविता रचाने को।
राजकीय पद एक से बढ़कर एक
सामाजिक दायित्व अनवरत अनेक
धनी लेखनी के हृदय नेक
शिक्षाविद पत्रकार मधुर सुलेख
जीवन के झंझावातों को वश में करते देख
दंग है उत्तराखंड
दंग है देश
संग-संग है परदेश भी
तू साथी, हौले-हौले आगे देख।
Virendra Dev Gaur
Chief Editor(NWN)
Mob.9557788256