(26-05-2020)
1-भारत का पहला माइग्रेशन कमीशन
(कविता के अंदाज में चार मुद्दे)
एक हजार एक सौ इकत्तीस रेलगाड़ियों से अब तक
लगभग चौबीस लाख प्रवासी मजदूर और कामगार लौटे
राम-कृष्ण प्रदेश में अब तक
योगी जी आप उठा रहे हैं काम देने की साहसिक जिम्मेदारी इनको
फिर छटपटाहट क्यों हो रही है उनको
जो जिम्मेदार विपक्ष कह रहे हैं खुद को
जिम्मेदारी का अहसास नहीं, इसे कहते हैं जलन
आखिर क्यों न हो इनका मन मलिन
ये विपक्षी सोच रहे थे योगी जी घबरा उठेंगे
पसीना पोंछते-पोंछते यह कहेंगे
मेरे बस का नहीं है ऐसे में प्रदेश चलाना
किन्तु आपने पराक्रम दिखाया और बौखला गया जमाना
आप नाम के ही नहीं काम के भी योगी निकले
इसलिए, तमाम विपक्षियों के दावे हवा-हवाई निकले
योगी जी, आपके कद के आगे ये सब बौने निकले
मजदूरों के लिए बह रहे इनके आँसू घड़ियाली निकले
इन्हें समझ नहीं है भारतीय सनातन परम्परा का योगी क्या होता है
एक भारतीय योगी महासागर की तरह गहरा और हिमालय जैसा अटल होता है।
देश में सबसे पहले शायद
राम-कृष्ण प्रदेश में राजयोगी आदित्यनाथ जी ने
किया गठन माइग्रेशन-कमीशन का
धन्यवाद राज्य के नायक जी का
विपदा में चलता दिमाग तेज जिसका
वही है सेवक उच्च कोटि का
मुसलमान देश के कहते नहीं थकते
राम-कृष्ण प्रदेश में है जंगल-राज
क्योंकि अब ऐसे लोग वहाँ पर
नहीं कर पा रहे उल्टे-सुल्टे काज
मेरे देश के मुसलमानो अपनी सोच बदलो
रियासते मदीना वाले तेवर मदीना छोड़ आओ
भारतीयता के रंग में रंग जाओ
माँ भारती को रोज सुबह सर नवाओ
योगी जी का अच्छा लाभ उठाओ
दिल में सुलग रही गुस्से और नफरत की आग बुझाओ।
2- केजरी सरकार बोली रे जनता भोली
एक विज्ञापन में बोली केजरी सरकार
हमने करके दिखाया
दिल्ली वाले हैं हम
हमने इसे हराया उसे हराया
अपने पार्षदों की छतों से तेजाब बरसाया
सीरिया मार्का विशाल गुलेल चलवाया
पुलिस वालों को मरवाया
जगह-जगह पुलिस वालों को घेरा और दौड़ाया
शाहीन बाग का खुदाई करिश्मा करवाया
दिल्ली से नोयडा को कटवाया
सौ दिनों तक दोनों ओर की जनता को खून के आँसू रुलवाया
देश का सुप्रीम कोर्ट भी एक शब्द न बोल पाया
और देखो मानवाधिकार वालों का हमको एक नोटिस तक न आया
ऐसा है मुझ केजरी सरकार का सरमाया
मैंने शरजील को एक बार भी नहीं कोसा
शाहीन बाग वालों को अपनी बातों से पाला-पोसा
देखा, अमानुतुल्लाह को उसकी गुस्ताखियों पर एक बार न टोका
क्या, किसी ने मेरी जीत को रोका
क्या, दिल्ली का एक आवारा कुत्ता तक मुझ पर भोंका
मोदी जीत के रथ को मैंने दुबारा ठोका।
3- चोर बोला जाँच को हूँ तैयार
चोर बोला जाँच को तैयार हूँ
पर दुनिया वालो राजनीति मत करना
राजनीति पर तो कम्यूनिस्टों का है एक-छत्र अधिकार
देखो, अमेरिका तुम हो जाओ खबरदार!
ताईवान को मत बनाओ दमदार
हाँगकाँग पर दुनिया बैठै चुपचाप
मैं उसका इलाज कर लूँगा अपने आप
कोरोना वायरस मेरा पालतू कुत्ता है
दो-चार दाँत मुझ पर लग गए तो क्या
अमेरिका को तो मेरे कुत्ते ने कर दिया अधमरा
मोदी की चतुराई और मेहनत से भारत नहीं मरा
मोदी ज़रा भी नहीं डरा
इसलिए उसे अपनी फौज से डराने निकला
पर मोदी वहाँ भी मेरा बाप निकला
ट्रम्प को तो मैं सत्ता में लौटने नहीं दूँगा
मोदी के भारत को बुलन्द होने नहीं दूँगा
पूरी दुनिया को मैं कम्युनिस्ट लूट लूँगा
मैंने कोरोना को पाल पोसकर इतना रिस्क लिया
मैं दुनिया भर के दुश्मनों को चैन से जीने नहीं दूँगा
यूरोप को लंगड़ा कर दूँगा
आस्ट्रेलिया को काना कर दूँगा
रूस को केवल अमेरिका के मन में शैतान दिखाई देता है
इसलिए रूस के मन में मैंने नालायकी का भर दिया रेता है
नार्थ कोरिया की गर्दन में मेरा पट्टा पड़ा है
बस, एक भारत है जो कायदे से रास्ते में जमकर अड़ा है।
4- नांदेड़ में सन्त की हत्या
किसी मौलवी या किसी पादरी पर मत डालना हाथ
सीधे संविधान तक जाएगी बात
देश टूट जाएगा
सेकुलरवाद रूठ जाएगा
टुकड़े-टुकड़े गैंग छाती पीटेगा
अवार्ड वापसी अभियान छेड़ देगा
लूटना हो
मारना हो
ठोकना हो
भगवाधारियों को चुनो
बस, अपने मन की सुनो
दिखावे के लिए, गंगा-जमुनी संस्कृति के ताने-बाने बुनो।
-सावित्री पुत्र वीर झुग्गीवाला, स्वतंत्र पत्रकार, देहरादून।