दैवीय आपदा से मरने वालों की संख्या 14 पहुंची
चमोली उत्तराखंड से केसर सिंह नेगी की रिपोर्ट
अब तक 8 दिनों में दैवीय आपदा से मरने वालों की संख्या 14 पहुंची जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने विकास खण्ड घाट के आपदा प्रभावित गांवों का अधिकारियों के साथ आज निरीक्षण किया। सोमवार को घाट ब्लाक के बांजबगड, लाखी एवं आली गांव में अतिवृष्टि से जनहानि एवं भारी नुकसान हुआ था, जिसका जिलाधिकारी ने मंगलवार को आपदा प्रभावित क्षेत्रों के नुकसान का जायजा लिया। उन्हांेने इस दौरान प्रभावित परिवार से मुलाकात कर उनके हाल चाल भी पूछे और उन्हें हर संभव मदद का भरोसा दिया। उन्होंने प्रभावितों को अपना मोबाइल नम्बर भी दिया और कहा कि यदि उन्हें किसी प्रकार की कोई समस्या हो तो अवगत कराने को कहा।
जिलाधिकारी एनोलीधार से आगे जगह-जगह सडक क्षतिग्रस्त पर अधिषासी अभियन्ता को शीघ्र सडक दुरूस्त करने के निर्देष दिये। उन्होंनें अधिषासी अभियन्ता को सडक का मलवा साफ करने हेतु डम्फर व जेसीबी हायर कर शीघ्र सडक खोलने के निर्देष दिये। ईई ने बताया कि घाट-भेटी मोटर मार्ग जगह जगह क्षतिग्रस्त थी जो एनोलीधार तक अभी तक खोल दी गई है। जिलाधिकारी एनोलीधार से पदैल लाखी गांव के छाती तोक पहॅुची। जहां प्रभावित संकर लाल पुत्र गुसांई लाल को प्रति मृतक 4 लाख के हिसाब से 8 लाख रूपये का चैक दिया और कहा कि यदि किसी प्रकार की कोई समस्या हो तो अवगत कराएं। इसके बाद जिलाधिकारी पैदल बांजबगड पहॅुची जहां उन्होंने आपदा प्रभावित अब्बल सिंह से मुलाकात कर उन्हें भी 8 लाख का चैक दिया और उनके बच्चों को कपडे, जूते, सहित खाद्य सामग्री भी दी। बांजबगड में क्षतिग्रस्त पेयजल लाईन को देखकर उन्होंने मौके पर जल संस्थान के अधिषासी अभियन्ता मौजूद न रहने पर उनके खिलाफ कडी से कडी कार्यवाही की बात भी कही। जबकि गांव में विद्युत लाइन ठीक कर रहे विद्युत विभाग के कर्मचारियों को आज ही विद्युत आपूर्ति सुचारू करते हुए सांय तक अवगत कराने को कहा। वहीं मलवे में मृत पषुओं के डिस्पोजल की कार्यवाही हेतु पषुपालन के चिकित्साधिकारी को तत्काल लेवर बढाकर समाधान के निर्देष दिये। बांजबगड व गुलाडीगाड के बीच खतरे में रह रहे परिवारों को शीघ्र ही पंचायत घर या स्कूल में षिफ्ट करने हेतु उप जिलाधिकारी को निर्देष दिये। बांजबगड एवं भैंसोडा गदेरे के पुलिया के कटाव रोकने हेतु लोक निर्माण विभाग को समाधान के निर्देष दिये। इसके बाद आली में प्रभावित परिवार के नौनूराम को भी 4 लाख रूपये का चैक दिया।
जिलाधिकारी ने सभी संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देष दिये कि क्षतिग्रस्त परिसम्पत्तियों का स्टीमेट का इंतजार न करते हुए सुरक्षात्मक के कार्य शीघ्र शुरू कर दें। उन्होंने घाट बाजार में क्षतिग्रस्त दुकानों का भी निरीक्षण किया और मौके पर उप जिलाधिकारी को निर्देष दिये कि दुकानों के मुआवजे हेतु दुकानों की क्षति का आंकलन करते हुए सीएम राहत कोष हेतु कार्यवाही की बात कही। इस दौरान घाट बाजार में प्रभावित लोगों ने जिलाधिकारी को अपनी समस्याओं सहित ज्ञापन भी दिया। जिलाधिकारी ने कहा कि मानकों के अनुरूप कार्यवाही की जायेगी। जिलाधिकारी ने बाजंबगड में पेयजल की समस्या हेतु फिलहाल जल संस्थान को टैंकर से पेयजल की आपूर्ति के निर्देष दिये। उन्होंने बाजगड में पेजयल लाइन ठीक कर रहे जल संस्थान के कर्मचारियांे को बांजबगड की पेयजल लाईन को बुधवार तक हर हाल में ठीक करने के निर्देष दिये, ताकि ग्रामीणों को पेयजल की दिक्कत न हो। स्यारी भेंटी जाने वाले मार्ग पर जिला पंचायत को फिलहाल अस्थाई पुलिया निर्माण के निर्देष दिये।
आपदा प्रभावित क्षेत्र में विद्युत, जलसंस्थान, पषुपालन विभाग, आपदा प्रबधन, लोनिवि आदि विभागों द्वारा युद्ध स्तर पर सुविधाएं वहाल करने में जुटी हैं। प्रभावित परिवारों को टैण्ड, तिरपाल, सोलर लाइट, कपडे, सहित खाद्य सामग्री चावल, आटा, दाल, चायपत्ती, चीनी वितरित की जा चुकी हैं। वहीं सोमवार को प्रभावित परिवारांे को अहैतुक सहायता के रूप में 38-38 सौ रूपये की धनराषि भी वितरित की जा चुकी है।
पषुपालन विभाग द्वारा मलवे में दबे मवेषियों का डिस्पोजल भी किया गया है ताकि महामारी न फैले।
इस दौरान उप जिलाधिकारी बुषरा अंसारी, ईई लोनिवि एके नैथानी, डीडीएमओ नंद किषोर जोषी सहित तहसील प्रषासन, विद्यृत, पषुपालन, ग्राम्य विकास आदि विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद थे।