चमोली उत्तराखंड से केशर सिंह नेगी की रिपोर्ट
सोमवार को क्लेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जन सुनवाई में जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने फरियादियों की समस्याएं सुनी। जनता दरवार में फरियादियों ने सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, मनरेगा, पीएम आवास, जंगली जानवरों से सुरक्षा, आर्थिक सहायता न मिलने, पशु बीमा, दैवीय आपदा में क्षतिग्रस्त पैदल मार्ग दुरूस्थ करने एवं सुरक्षा दीवार के निर्माण आदि से जुडी 28 शिकायतें जिलाधिकारी के समक्ष रखी। जिलाधिकारी ने संबधित अधिकारियों को तत्काल शिकायतों का निस्तारण के निर्देश दिए। इस दौरान जिलाधिकारी ने सीएम हेल्प लाईन, शिकायत प्रकोष्ठ, तहसील दिवस, बहुउदेशीय शिविर व अन्य स्तरों से प्राप्त शिकायतों का भी त्वरित निस्तारण करने को कहा। जिलाधिकारी ने सभी विभागों को आपदा के दौरान क्षतिग्रस्त परिसंपत्तियों के पुर्ननिर्माण हेतु तत्काल प्रस्ताव उपलब्ध कराने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि लोनिवि और जल संस्थान से क्षतिग्रस्त परिसंपत्तियों के जो प्रस्ताव मिले थे उनके सापेक्ष अभी तक 2.86 लाख धनराशि अवमुक्त की गई है लेकिन अन्य विभागों से अभी तक आपदा में क्षति का कोई भी प्रस्ताव नही मिला है। उन्होंने कहा कि आपदा की दृष्टि से जहाॅ भी खतरा बना हुआ है वहाॅ पर आपदा न्यूनीकरण के तहत तत्काल सुरक्षात्मक कार्य सुनिश्चित किए जाए। बंदर और सुअर से फसलों को हो रहे नुकसान की अधिकांश शिकायतों को देखते हुए जिलाधिकारी ने वन विभाग के एसडीओ को जंगली जानवरों को रोकने हेतु ठोस योजना तैयार करने की बात कही। कहा कि जिन गांवों में सुअर का सबसे ज्याद आतंक है वहाॅ पर सुअर को मारने हेतु शिकारी तैनात करें। इस दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि जो भी शिकायतें जन सुनवाई में रखी जाती है उन्हें प्राथमिकता से निश्चित समय सीमा के भीतर निपटाया जाए, ताकि लोगों को इसका लाभ मिल सके। जन सुनवाई में कम्यार के समस्त ग्रामवासियों ने लोनिवि के अमरपुर-नरगोली-कम्यार मोटर मार्ग का निर्माण कार्य पूरा न होने तथा मार्ग में कई जगह भूस्खलन होने से गांव का पैदल मार्ग भी क्षतिग्रस्त होने से आवाजाही में हो रही परेशानी की शिकायत प्रमुखता से रखी। जिस पर जिलाधिकारी ने समिति गठित कर शीघ्र जाॅच आख्या उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। ग्राम पंचायत गौणा में विगत आपदा में क्षतिग्रस्त मोटर पुल के संबध में कोई कार्यवाही न किए जाने तथा मोटर मार्ग पर कई जगह स्लाइड आने के कारण खेतों को नुकसान होने की शिकायत पर पीएमजीएवाई को आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। वही बांजबगड में आॅलवेदर चैडीकरण के तहत एनएचआईडीसीएल के द्वारा अधिग्रहित भूमि से अधिक भूमि काटने और कई स्थानों पर भू-धसाव के कारण कृषि भूमि व फसलों को हो रहे नुकसान की शिकायत पर एसडीएम तथा एडीएम को जाॅच कर आख्या उपलब्ध कराने को कहा। ग्राम पंचायत ल्वाह दिगोली, कम्यार, रैतोली, किरूली व अन्य गांवा क्षेत्रों में जंगली सुअर और बंदरों के आंतक से हो रहे नुकसान की शिकायत पर एसडीओ वन को तत्काल आवश्यक कार्यवाही करने को कहा। राइका खैनुरी में स्वीपर कम चैकीदार के डयूटी से नदारद रहने व राइका गौणा में शिक्षकों की कमी की शिकायत पर सीईओ को उचित कार्यवाही के निर्देश दिए गए। पोखरी ब्लाक के उत्तरौं में मनरेगा के तहत कुशल श्रमिक के रूप में कार्य किए जाने पर भी अकुश श्रमिक दिखाकर मजदूरी दिए जाने की शिकायत पर डीडीओ को जाॅच करने को कहा। ग्राम पंचायत सोनला में पैदल मार्ग आपदा में क्षतिग्रस्त होने की शिकायत पर एएमए जिला पंचायत को तत्काल मार्ग को ठीक कराने के निर्देश दिए। सप्ताह में एक बार जिला अस्पताल में दिब्यांग प्रमाण पत्र निर्गत करने हेतु सीएमओ को आवश्यक कार्यवाही करने को कहा। पशुपालन विभाग में पशु बीमा न होने की शिकायत पर सीवीओ को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए। गौणा में तडाक ताल के सौन्दर्यीकरण के लिए वन विभाग को कैम्पा में प्रस्ताव शामिल करने को कहा। जन सुनवाई में अन्य शिकायतों का भी त्वरित निस्तारण के निर्देश दिए गए। जन सुनवाई में सीडीओ हंसादत्त पांडे, एडीएम एमएस बर्निया, एसडीएम बुशरा अंसारी, पीडी प्रकाश रावत, डीडीओ एसके राॅय, जीएमडीआईसी डा. एमएस सजवाण सहित सड़क, शिक्षा, वन, समाज कल्याण, पेयजल, कृषि, उद्यान आदि सभी विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।