B. of Journalism
M.A, English & Hindi
सावित्री पुत्र वीर झुग्गीवाला द्वारा रचित-
Virendra Dev Gaur Chief Editor (NWN)
Mob.9528727656
लालची लोगों को विधानसभाओं और संसद में मत भेजो
रिपब्लिक भारत की
सफल सर्जिकल स्ट्राइक ने
देश को अन्दर से
तबाह करने में जुटे
तीन ‘‘डकैत-सांसदों’’ को कर दिया ढेर।
पूछता है
ईमानदार भारत
क्या संसद भवन-पावन
डकैतों के गिरोह का है पनाहगाह
क्या संसद भवन पावन-मनभावन
दल्लों-दलालों और सौदागरों का है लूटगाह
जहाँ बैठकर ये डकैत
लूट के मंसूबों को देते हैं धार
और लोकतंत्र का करते हैं बंटाधार।
ऐ मुंबई के फिल्मकारो
तुमने कई बरस पहले
बनाई थी एक फिल्म
जिसका नाम था- दूल्हा बिकता है
अब हिम्मत दिखाओ
बनाओ एक फिल्म जोरदार
‘‘सांसद बिकता है’’
और बताओ दुनिया को
संसद में विराजते हैं
भारत के पेशेवर देशद्रोही।
भारत के कथित लोकतंत्र के समन्दर में
ये तीन डकैत
भ्रष्टाचार रूपी आइसबर्ग का
मात्र वह छोटा सा हिस्सा हैं
जो दिखता है समन्दर के बाहर
लेकिन समन्दर के अन्दर
छिपा रहता है पूरा पहाड़
भ्रष्टाचार का विशालकाय पहाड़
जिसे छिन्न-भिन्न करने के लिए
एक चौकीदार-मोदी नाकाफी हैं।
इस पावन लोकतांत्रिक काम के लिए
पत्रकार बिरादरी को बनना होगा
कलम वाला पराक्रमी फौजी
क्षुद्र स्वार्थों की जलानी होगी होली
धधकते अंगारों से भरा चुनना होगा रास्ता
भारत माता के चरणों से जोड़ना होगा वास्ता
मनोहर पर्रिकर की तारीफ करना आसान है
पर उनके रास्ते पर चलना घमासान है
सच्ची पत्रकारिता जीवन का बलिदान है।
जय भारत जय जवान जय किसान