
देहरादून (सूचना ब्यूरो)। कदम-कदम बढाये जा… आजाद हिन्द फौज का यह प्रयाण गीत वीरों की जुबान पर ऐसे ही नहीं रहता है। सैन्य धाम उत्तराखण्ड के वीर सपूत दुर्गामल्ल जी ने नेताजी सुभाषचंद्र बोस जी के साथ आजाद हिंद फौज में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। शहीद दुर्गामल्ल जी ने अंग्रेजी हुकूमत के द्वारा माफीनामे के प्रस्ताव को अस्वीकार करते हुए फांसी के फंदे को चूमना बेहतर समझा। जब-जब इतिहास में शहीद मेजर दुर्गामल्ल जी का नाम आता रहेगा तब-तब देशवासी अपने आप को गौरवान्वित महसूस करते रहेंगे। आज उनके बलिदान दिवस पर उन्हें कोटि-कोटि नमन।
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