Breaking News
Cm11111

मुख्यमंत्री ने रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक आयुर्वेदिक सर्वज्वरहर चूर्ण (काढ़ा) किया लांन्च

Cm11111

रायपुर, (संवाददाता)। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज यहां अपने निवास कार्यालय में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक आयुर्वेदिक सर्वज्वरहर चूर्ण (काढ़ा) लॉन्च किया। यह चूर्ण गरियाबंद जिले के केशोडार में भूतेश्वर हर्बल वन धन केन्द्र की महिला स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा 10 जड़ी बूटियों को मिलाकर तैयार किया गया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि इम्युनिटी बढ़ाकर ही कोरोना वायरस से बचा जा सकता है। समूह की महिलाओं द्वारा तैयार किया गया यह आयुर्वेदिक सर्वज्वरहर चूर्ण कोरोना वायरस से बचाव में काफी मददगार होगा। मुख्यमंत्री ने मेडिकल कॉलेज और अन्य सामाजिक संस्थाओं द्वारा कोरोना महामारी से निपटने के लिए लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने हेतु वितरित किए जा रहे आयुर्वेदिक काढ़े की सराहना भी की।
गरियाबंद के महिला समूह द्वारा यह चूर्ण सौंठ, काली मिर्च, पीपली, लौंग, छोटी इलायची, बड़ी इलायची, दाल चीनी, जायफल, जावित्री एवं तुलसी पत्र के मिश्रण से तैयार किया गया है। इस चूर्ण का उपयोग करने के लिए 10 मिली लीटर पानी उबालने के बाद उसमें डेढ ग्राम चूर्ण मिलाकर पानी उबालना बंद कर 10 मिनट के लिए रखने के बाद इसे छानकर पिया जा सकता है। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए इस चूर्ण का न्यूनतम तीन दिनों का तक सेवन करना होगा। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर भूतेश्वर हर्बल वन धन केन्द्र गरियाबंद द्वारा वन औषधियों और जड़ी बूटियों से तैयार उत्पादों की केटलाग का विमोचन किया। इस वन धन केन्द्र की महिलाओं द्वारा अश्वगंधा से तैयार नवायष चूर्ण, पुनर्नवा चूर्ण, अश्वगंधा चूर्ण, सतावरी चूर्ण, कौंच चूर्ण, तुलसी चूर्ण, महाविषगर्भ तेल, भृंगराज तेल जैसे उत्पाद तैयार किए जा रहे हैं। केटलाग में इन उत्पादों के उपयोग के बारे में भी जानकारी दी गई है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस अवसर पर कहा कि इम्युनिटी बढ़ाकर कोरोना से बचा जा सकता है। जड़ी बूटियों के मिश्रण से केशोडार में भूतेश्वर हर्बल वन धन केन्द्र की महिला स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा तैयार यह चूर्ण इम्युनिटी बढ़ाने में मददगार साबित होगा।
इस संकट के समय में भंवर लाल दुगर आयुर्वेद विश्व भारती, महाविद्यालय की रसायन शाला ने इसे प्रमाणित किया है। आयुष मंत्रालय नई दिल्ली के अनुसार यह कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए काफी फायदेमंद होगा। यह नुस्खा 800 वर्ष प्राचीन आयुर्वेद की परिवार परंपरा से मिला है। यह सर्वज्वरहर चूर्ण मियादी बुखार सहित सभी प्रकार के बुखार, भूख की कमी, सिरदर्द, स्वांस में संक्रमण, दुर्बलता, कफ एवं खांसी में बहुत लाभकारी है तथा रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है।
इस अवसर पर राज्य योजना आयोग के उपाध्यक्ष अजय सिंह, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, प्रमुख सचिव वन मनोज पिंगुआ, मुख्यमंत्री के सलाहकार प्रदीप शर्मा, विनोद वर्मा, राजेश तिवारी, रूचिर गर्ग, प्रधान मुख्य वन संरक्षक राकेश चतुर्वेदी, पीसीसीएफ एवं प्रबंध संचालक लघु वनोपज संघ संजय शुक्ला, राज्य योजना आयोग के सदस्य के.सुब्रमण्यम और सदस्य सचिव राजेश राणा भी उपस्थित थे।

Check Also

Bahis Heyecani: Mostbet’te Zengin Spor Bahis Secenekleri

Bahis Heyecani: Mostbet'te Zengin Spor Bahis Secenekleri

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *