अशोक कुमार ने अपनी पुलिस को चेताया लोगों को समझाया (कोरोना रण का चौथा चरण) पन्द्रह मई सुबह पौने दस बजे देहरादून के घंटाघर से निकलती चकरौता रोड पर देखी हमने मजदूरों की भड़भड़ाती-भीड़मौजूद चार-छह पुलिस वालों के बस से बाहर थी यह भीड़ अगर होते पुलिस वाले वहाँ दस-बीस …
Read More »15 दिनों में चौथी बार हिली राजधानी
नईदिल्ली । एक तरह देश की जनता कोरोना के प्रकोप से जूझ रही है। उसी बीच लोगों को कुदरत के कहर का भी सामना करना पड़ रहा है। आज देश की राजधानी दिल्ली में एक बार फिर से भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। ये झटके पीतमपुरा में महसूस …
Read More »अछूत
सैकड़ों वर्षों से हिंदू समाज पर एक कलंक लगाया जाता है की वह अछूत जैसी अमानवीय प्रथा का जनक तथा समर्थक रहा है। इस प्रथा का विरोध हिंदू समाज के भीतर से भी किया गया तथा बाहर से भी। हिंदू समाज के भीतर से हमेशा ही भेदभाव आधारित व्यवस्था का …
Read More »किताबी अर्थव्यवस्था नहीं व्यवहार कुशल क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था से होगा गरीबों का कल्याण
प्रवासी मजदूर अमित कुमार और गर्भवती पत्नी दीपाली काँप रही है धार कलम की अँगुलियों का कम्पन बढ़ता है दिल की तेज धड़कनों का अन्दाज यह कहता है ऐ सात माह की गर्भधारी दीपाली तुझे मैं भारत के दिहाड़ी मजदूरों की नायिका कहूँदेश के मेहनतकश-वर्ग की प्रेरणा कहूँमजदूर-महिलाओं का स्वाभिमान …
Read More »सर्वश्रेष्ठ लोकतंत्र
फैशन कपड़ों हेयर स्टाइल अथवा जूतों का ही नहीं होता। इसे विचारों, आदतों ,सामाजिक ,आर्थिक व राजनीतिक व्यवस्थाओं में भी ढूंढा जा सकता है। लेखक फैशन परस्ती को राजनीतिक व्यवस्थाओं में ढूंढने की कोशिश कर रहा था तो पता चला की आजकल लोकतंत्र की बयार है। दुनिया या धरती के हर …
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