B. of Journalism
M.A, English & Hindi
सावित्री पुत्र वीर झुग्गीवाला द्वारा रचित-
Virendra Dev Gaur Chief Editor (NWN)
शायद यह औरंगजेब उस औरंगजेब के गुनाह धो गया
हुआ वह औरंगजेब
मुगलों केे काल में
फँसा यह औरंगजेब
जिहादियों के जाल में
वह औरंगजेब था
इस्लामी कट्टरता के हाल में
यह औरंगजेब था
वतनपरस्ती के खयाल में
जिहाद उस औरंगजेब का
जिगरी उसूल था
इस औरंगजेब के हाथ
देश की सुरक्षा का त्रिशूल था
जिहाद उसकी चाल थी
जिहाद उसकी ढाल थी
जिहाद में रचा-बसा
उसका बाल-बाल था
यह औरंगजेब तो
कश्मीर का सच्चा लाल था
देश का ऊँचा भाल था
वह औरंगजेब
आज के जिहादिस्तान के लिए कमाल था
यह औरंगजेब
आज के जिहादिस्तान के लिए काल था।
-जय भारत
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