अशोक खेमका तुम
पिछले सत्तर सालों से
दलित शोषित पीड़ित
लेकिन
ईमानदार और कर्मठ
ब्यूरोक्रेसी के महानायक हो।
अशोक खेमका तुम्हारी
सेना भले ही मुठ्ठी भर हो
पूरे देश में,
किन्तु तुम
हाशिये पर पड़ी
भारतीयता की जीती-जागती मिसाल हो।
अशोक खेमका तुम
लुटेरों के हिंसक दल बनते जा रहे राजनीतिक दलों के
मदमाते गालों पर
करारा तमाचा हो।
अशोक खेमका तुम ही
राज्य की मशीनरी के
ईमानदार हिस्से का लूब्रीकेंट हो।
अशोक खेमका
तुम्हारी अथक-अपराजित हिम्मत ही
सत्यमेय जयते की वाणी है।
अशोक खेमका
तुम्हारी वीरता
हर वह शख्स गाएगा
जिसे ईमान में भगवान नजर आएगा।