? भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी को जन्मदिवस की शुभकामनायें
? भारत भरोसेमंद साथी और विश्वसनीय साझेदार
? मोदी जी राष्ट्रनीति के पुरोधा
⭕ मोदी जी विकास के नायक
देहरादून/ऋषिकेश (दीपक राणा) । भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के जन्मदिवस के अवसर पर परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज नेे कहा कि भारत का सौभाग्य है कि 21 वीं सदी में हमारे पास मोदी जी के रूप में सशक्त प्रधानमंत्री है। आज उनके जन्मदिवस के अवसर पर परमार्थ परिवार की ओर से अनेकोंशुभकामनायें, ईश्वर उन्हे दीर्घायु, दिव्यायु और उत्तम स्वास्थ्य प्रदान करें।
पूज्य स्वामी जी ने कहा कि नेता और राजनेता तो बहुत होते हैं परन्तु लोगों के दिलों पर राज करने वाले कुछ चुने हुये लोग ही होते हैं। मैने तो संसार की धरती पर देखा है, मोदी जी के नेतृत्व के पहले का हिन्दुस्तान और उनके आने के बाद का भारत। वास्तव में जमीनी स्तर पर बदलाव करने वाले और वैश्विक स्तर पर सकारात्मक परिवर्तन लाने वाले व्यक्तित्व कभी-कभी ही धरती पर जन्म लेते है, माननीय मोदी जी उनमें से एक हैं।
माननीय मोदी जी के सशक्त नेतृत्व में भारत आज एक नया माहौल, नयी रोशनी, नया उजाला और नया सवेरा का अनुभव कर रहे है। प्रधानमंत्री के रूप में मोदी जी की अगुआई में भारत देख रहा है कि उनके द्वारा उठाया गया हर कदम एक महत्वपूर्ण बदलाव का संकेत दे रहा है। हिमालय जैसा विराट व्यक्तित्व और गंगा जैसी पवित्रता और ईमानदारी लिये वे मन की बात के माध्यम से जब अपने देशवासियों से संवाद स्थापित करते हैं तो लगता है मानों भारत के अन्तिम छोर पर खड़े व्यक्ति के दर्द को वे सहजता से महसूस कर रहे हैं।
पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज ने कहा कि मोदी जी मन की बात के माध्यम से संवाद करें या फिर अमरीका में हाउडी मोदी ह्यूस्टन इवेंट हो, अहमदाबाद मोटेरा स्टेडियम का नमस्ते ट्रंप कार्यक्रम हो या विश्व का कोई भी मंच हो, उनके उद्बोधन के माध्यम से उन्होने भारत की प्रतिष्ठा और भारतीय संस्कृति को गौरवान्वित ही किया है।
विविधता में एकता की संस्कृति के संरक्षक मोदी जी की नीति और रणनीति हमेशा राष्ट्र को समर्पित रही है। मोदी जी राष्ट्रनीति के पुरोधा हैं। उन्होने भारत को ही नहीं बल्कि दुनिया को भी एक नयी रोशनी और दिशा प्रदान की है। मोदी जी के नेतृत्व में भारत, दुनिया के पटल पर भरोसेमंद साथी और विश्वसनीय साझेदार के रूप में उभरा है।
माननीय मोदी जी के नेतृत्व में अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस, ओडीएफ फ्री इंडिया, स्वच्छ भारत अभियान, सबका साथ सबका विकास, आत्मनिर्भर भारत, आयुष्मान भारत योजना, जन-धन योजना, समावेशी और विकासोन्मुखी विकास, स्वच्छ और साफ वैश्विक रणनीति, विश्व विख्यात स्टैच्यू आॅफ यूनिटी जैसे अनेक कार्य सम्पन्न हुये हैं। ये अद्भुत कार्य भारत जैसे सघन जनसंख्या वाले राष्ट्र में जो परिणाम लेकर आये वह वैश्विक स्तर पर अपने आप में एक उपलब्धि है।
साथ ही उनके नेतृत्व में कई ऐतिहासिक फैसले लिये गये यथा लोकल को वोकल और फिर ग्लोबल बनाने का दृष्टिकोण, वास्तव में दूरदर्शी योजना है। तीन तलाक का निर्णय हो या धारा 370 या फिर श्री राममन्दिर निर्माण इन सभी फैसलों ने मजहबी फासलों को मिटाने का विलक्षण कार्य किया है। मैं तो उनके द्वारा किये गये प्रत्येक कार्य को राष्ट्र सेवा मानता हूँ और वह भारत की आत्म को छूने वाली सेवा है।
मोदी जी वास्तव में विकास के नायक हैं, वे पद, प्रतिष्ठा के लिये नहीं बल्कि
निष्ठा के साथ कार्य करते हंै। उनका प्रत्येक कार्य आत्मविश्वास, आत्मबल और संकल्पों से भरा हुआ होता है। वे एक ऐसे आध्यात्मिक पुरोधा हैं जो गांव, गंगा, गरीब और राष्ट्र गौरव के लिये संकल्पित हैं। उनका हर फैसला साहसिक और दूरगामी परिणाम वाला होता है। उनके जीवन पर नजर डालें तो पूरा जीवन ही राष्ट्र हित के लिये समर्पित है। उनके नेतृत्व में हमारा राष्ट्र अखंड भारत के साथ-साथ आत्मनिर्भर, स्वच्छ, सुन्दर, समृद्ध और समुन्नत भारत बनने की दिशा में अग्रसर हो रहा है।
पूज्य स्वामी जी ने कहा कि श्री नरेन्द्र मोदी जी के लिये ईश्वर से कामना करते हैं कि भारत को उनका नेतृत्व लम्बे समय तक मिलता रहे और हमारा राष्ट्र अबाध गति से उन्नति करता रहे। हम भारतीयों को हमेशा याद रखना होगा कि हमारा राष्ट्र पंथनिरपेक्ष राष्ट्र है। हम सभी नागरिक आपस में मिलकर रहेंगे, सभी के साथ समान व्यवहार करेंगे आपसी प्रेम और भाईचारा बनाकर रखेंगे तो निश्चित रूप से भारत की अखंडता अक्षुण्ण रहेगी। हर भारतीय को पूर्ण निष्ठा के साथ भारत माता के लिये समर्पण भाव से कार्य करना होगा क्योकि ’देश हमें देता है सब कुछ हम भी तो कुछ देना सीखें’, अब बारी हमारी है, आईये हम भी अपनी जिम्मेदारी और जवाबदेही को समझें तथा देश का मिलकर विकास करें। देश के विकास में ही हम सबका विकास है। आईये अपना वतन, चमन बने और देश में अमन बना रहे। वतन की खुशबू सात समन्दर पार तक फैले इसके लिये हम सब को मिलकर काम करना होगा।
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