कलम का फौजी अर्नब
दिल में तेरे भारत माता
मन में यह खयाल है
महाराष्ट्र की तिपहिया सरकार ने
ये मचाया कैसा बबाल है
पुलिस को छोड़ दिया पीछे मेरे
देश में कोरोना काल है
प्रश्नों से बौखलाए-घबराए तो
बिछा दिया पूरा जाल है
‘‘पूछता है भारत’’ से हारे तो
एफआईआर की कर डाली बौछार है।
दिल में तेरे भारत माता
मन में यह खयाल है
सोनिया जी अपनी सेना को समझाओ
अर्नब फौजी अफसर का लाल है
झूठ और फरेब की उसके आगे
नहीं गलती दाल है
उसके सीने पर लटकी
देशवासियों के प्रेम की ढाल है
वह तो है कलम वाला फौजी
पुलिसिया जोर-जबर्दस्ती की उसके आगे, क्या मजाल है।
दिल में तेरे भारत माता
मन में यह खयाल है
सनातन हिन्दू संस्कृति पर निराधार प्रहार करे कोई तो
फिर चुप रहने का कहाँ सवाल है
पालघर क्षेत्र में निर्दोष साधुओं का कत्ल हो
सेना के बलिदानों पर बचकाने बोल हों
सब देशद्रोही हरकतों पर किया रहा वार है
खोल कर रख दिया जाएगा
शाहीन बागों और तबलीगी सादों का सार
किया जा रहा ‘‘सुनियोजित दिल्ली दंगो’’ को पब्लिक के आगे तार-तार है।
अवकाश प्राप्त फौज के अफसरों का
रिपब्लिक भारत पर सजता जब दरबार है
ऐसा लगता है अर्नब जी
हमारा प्यारा भारतीय परिवार है
जिनके दम पर हम सब का सकुशल घरबार है
भारतीय फौजी वाले अटल इरादों से लबरेज अर्नब जी
तुम्हारे रिपब्लिक टीवी नेटवर्क के उदय से
पत्रकारिता जगत में आई नई बयार है
ऐसा लगता है कि मोदी युग में छाई देशभक्ति की बहार है।
-सावित्री पुत्र वीर झुग्गीवाला, स्वतंत्र पत्रकार, देहरादून।