नईदिल्ली। सुप्रीम कोर्ट जल्द ही अपने द्वारा सुनाए गए फैसले को कई क्षेत्रीय भाषाओं में सुप्रीम कोर्ट की बेबसाइट पर अपलोड करने की तैयारी में है. सूत्रों के मुताबिक जल्द ही सुप्रीम कोर्ट इस दिशा में काम करने की शुरुआत करने वाला है. सुप्रीम कोर्ट में अब जजमेंट को अंग्रेजी से हिन्दी में ट्रांसलेट किया जाएगा. इसके बाद इसका क्षेत्रीय भाषाओं में भी अनुवाद करने की कोशिश होगी. 500 पन्नों जैसे बड़े जजमेंट को संक्षिप्त करके एक या दो पन्नों में करेंगे ताकि आम लोगों को समझ में आ जाए. सुप्रीम कोर्ट शुरुआत में जिन क्षेत्रीय भाषाओं में अनुवाद करने की शुरुआत करने वाला है उसमें अंग्रेजी के साथ हिन्दी, कन्नड़, असमिया, उडिय़ा और तेलगु है. दरअसल, सुप्रीम कोर्ट इस तैयारी में है कि बड़े फैसलों में 500 पन्नों जैसे बड़े जजमेंट को संक्षिप्त करके एक या दो पन्नों में कर सकें, ताकि आम लोगों को समझ आने में कोई परेशानी नहीं हो.
वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट एक थिंक टैंक बनाने की भी कोशिश कर रहा है. जिससे सुप्रीम कोर्ट के कुछ जजमेंट को हिन्दी में भी ट्रांसलेट किया जा सके. ताकि आम लोग भी कोर्ट के फैसले को समझ सकें. इतना ही नहीं इस पर भी काम किया जा रहा है कि सुप्रीम कोर्ट के बड़े-बड़े फैसलों को कैसे संक्षिप्त करके लोगों तक पहुंचाया जा सके.
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