B. of Journalism
M.A, English & Hindi
सावित्री पुत्र वीर झुग्गीवाला द्वारा रचित-
Virendra Dev Gaur Chief Editor (NWN)
Mob.9528727656
पुलिस को निखार देने वाली ‘‘शिल्पकार’’ महिला अफसर
(किरन बेदी)
खूब लड़ रही मरदानी यह तो
मेरे भारत वाली रानी है
तेरी-मेरी हम सबकी भलाई के लिए
खप रही यह मरदानी है
कब गाएंगे हम इसकी वीर-गाथा
यह तो मानवता की जीवित सच्ची कहानी है
ममता की मूरत है यह तो
ईमानदारी की बे-मिसाल दीवानी है
महिला के रूप में यह तो ‘‘पगले’’ देवी मातारानी है।
सुन लो
ध्यान से सुन लो काम की बानी
जिसने नहीं सुनी यह कहानी
पुलिस की वरदी के भीतर रही
इन्साफ की जगमग जोत जनानी।
चमक उठी कानून की तलवार
ढलकर मानवता की धार
जब-जब और जितनी बार
उसने सु-व्यवस्था की ही ठानी
नहीं चलने दी मस्ती और मनमानी
कानून का अपमान करने वालों के दिलों मे
तब-तब छाई भय की लहर और हैरानी।
बड़े से बड़े
ताकतवार से ताकतवर ने भारत में
इस मरदानी की निष्ठा मानी
ताकतवर अहंकारियों ने हरदम
इस वीरांगना की झुठलाई दिलेर-कहानी
‘‘फर्ज और कानून’’ के लिए छिड़े संग्राम में दुष्टों को याद दिलाई नानी
अपने घर की विकट चुनौतियों से भी लड़ती रही मरदानी
भ्रष्टाचारियों के चक्रव्यूह को हर बार चकनाचूर कर पिलाया पानी
सुनो यह जीती-जागती नैतिकता भरी कहानी ।
पुलिस और राजनीति दोनों के लिए
बेशकीमती-पाठ और सही-आचरण की निशानी
देश को अगर महानता की दहलीज है दिखानी
तो इस मरदानी की कहानी है दोहरानी
पुलिस को फर्ज की सही राह है दिखानी
तो किरन बेदी जी की प्रेरक कहानी जमकर है पढ़ानी।
तिहाड़ जेल में
किरन बेदी जी के सुधारों ने
पूरी दुनिया को था चौंकाया
बिल क्लिंटन प्रशासन ने प्रेम से इनको चाय पर था बुलाया
संयुक्त राष्ट्र संघ ने भी एक बड़ा ओहदा देकर उनकी क्षमता का लोहा माना
रमन-मैगसेसे पुरस्कार समझो इनके घर पर चलकर था आया
कई बड़े पुरस्कारों को बेदी जी ने था पाया
फिर भी हमारे देश ने उनके अन्दर ‘खोट’ था दिखाया
कई स्वार्थी लोगों ने इस तरह देश को था भरमाया।
लॉन टेनिस की लाजवाब रहीं चैम्पियन
अध्ययन-अध्यापन में सदा रहीं मुस्तैद
‘‘नव ज्योति इंडिया फाउन्डेशन’’ की हैं संस्थापक
समाज सेवा की भावना इनकी रही है असली ताकत
पुदुचेरी की हैं लेफ्टिनेंट गवर्नर
साक्षात देशभक्ति की सदाबहार हैं जुबानी
न्याय और सदाचार की जीवित हैं कहानी
भारत की पहली महिला आई पी एस अफसर हैं जानी-मानी।
जय भारत जय जवान जय किसान