B. of Journalism
M.A, English & Hindi
सावित्री पुत्र वीर झुग्गीवाला द्वारा रचित-
Virendra Dev Gaur Chief Editor (NWN)
सैनिक सबका है, सब सैनिक के हैं
जिहादिस्तान के जिहादियों पर
किए हमले तीन
हर मौका राजनीतिक विरोधियो से
लेना चाहते हो तुम छीन
अगर वाकई
बदलना चाहते हो मान्यवर देश का आप सीन
तो फिर खुलासा कर डालो
कैसे और कब
हमारे वीर सैनिकों ने किया
खुफिया हमला नम्बर तीन।
प्लीज गृहमंत्री जी प्लीज
उगल दो यह राज
विरोधी राजनीतिक सेना को
बना लो अपना हमराज
पड़ोसी मुल्क से चाहते हो अगर
खत्म करना जिहाद
तो महोदय पर्दा हटा डालो
कर डालो यह काज।
विरोधियों को इस कदर सताना
मान्यवर राजनाथ जी ठीक नहीं
देवी ममता-महबूबा, दिग्विजय और केजरीवाल जैसों की
यों नींद उड़ाना कतई ठीक नहीं
सर्जिकल को फर्जिकल कहने वाले
बालाकोट हमले की वीरता पर चोट करने वाले
कब तक बोलेंगे ये बेचारे कोरे झूठ
सपना इनका रहा हमेशा ‘‘वोट की जमकर लूट’’।
मुखार बिन्दु पर लगा लो साइलेन्सर
नया जमाना आया
आचार संहिता के नाम पर
अजीबोगरीब आपातकाल लगाया
हे चुनाव आयोग आप आखिर
क्यों इस तरह गुर्राया
मोदी-विरोधी दलों के पूर्वाग्रह का आपने
क्यों इस तरह परचम लहराया
अगर देशवासियों ने फौज को
अपनी इच्छा से अपना आदर्श बनाया
तो आप लोगों को गुस्सा क्यों आया।
जब तक चुनाव नहीं हो जाते
फौजों को बैरकों में लौटा दो
पड़ोसी जिहादिस्तान को कह दो
मान्यवर साधू बन जाओ
हमारे देश में चुनाव हैं
कृपया तब तक शांत बैठ जाओ
दनदनाते हुए या फिर दिल्ली चले आओ
मोदी को बन्दी बनाकर
इस्लामाबाद उठा ले जाओ।
वाह रे चुनाव आयोग वाह!
निकालना चाहते हो इस तरह
‘‘फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन’’ की तुम आह
क्या है आखिर तुम्हारी चाह
देशभक्ति की भावनाओं को यों कर दोगे तबाह
नहीं बिल्कुल नहीं गलत है आप की राह
अपने गलत निर्णय की दोबारा ले लो थाह
वर्ना हमें दिखाओ तुम
कारागार की राह।
भगवान की पूजा अर्चना और आरती
इन पर भी लगा दो रोक
देवी-देवताओं की तस्वीरों पर भी
लगा दो पाबन्दियाँ बे-रोक टोक
देश के आराधना स्थलों के कर दो बन्द द्वार
कर डालो महानुभावो आर-पार
आपका आदेश-निर्देश है लिहाजा बेकार।
-जय भारत -जय जवान -जय किसान -जय लोकतंत्र