नई दिल्ली। देश में लोकसभा चुनाव की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है। इस महीने के दूसरे हफ्ते में यानि नौ मार्च के बाद किसी भी दिन केन्द्रीय चुनाव आयोग प्रेस कान्फ्रेंस करके लोकसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा कर सकता है। चुनाव कार्यक्रम घोषित होते ही पूरे देश में आदर्श चुनाव आचार संहिता लग जाएगी। उत्तर प्रदेश में पांच से छह चरणों के बीच चुनाव होने के आसार बन रहे हैं। चूंकि, आगामी चार मई से पवित्र रमजान का महीना भी शुरू हो रहा है, इस नाते उम्मीद लगायी जा रही है कि चुनाव के अधिकांश चरण मार्च व अप्रैल में निपटा लिये जाएं। प्रदेश में लोस चुनाव का पहला चरण अप्रैल के पहले सप्ताह में होने के आसार हैं। हर चरण में 10 दिन नामांकन के लिए और 15 दिन चुनाव प्रचार के लिए तय होते हैं। इस लिहाज से अप्रैल के पहले सप्ताह से शुरू होकर हर सप्ताह एक चरण का चुनाव निपटाने का कार्यक्रम तैयार किया जा सकता है। प्रदेश में पहले व दूसरे चरण के चुनाव की शुरुआत इसी मार्च के महीने में होने के आसार हैं। वहीं प्रदेश में 2014 में हुए लोस चुनाव की ही तरह इस बार भी पांच से छह चरणों के बीच चुनाव होने के आसार बन रहे हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा लखनऊ में पहली मार्च को हुई प्रेस कान्फ्रेंस में कह चुके हैं कि राज्य का चुनाव कार्यक्रम मुख्यतरू सुरक्षा बलों की उपलब्धता और उनके आवागमन को देखते हुए तय किया जाएगा। इसके साथ ही स्कूल, कालेज, विश्वविद्यालयों की वार्षिक परीक्षाएं, महत्वपूर्ण अवसर और त्योहार आदि का भी ध्यान रखा जाएगा। बीती 27 फरवरी से पहली मार्च तक मुख्य चुनाव आयुक्त के नेतृत्व में केन्द्रीय चुनाव आयोग की टीम राज्य की सरकारी मशीनरी के साथ मैराथन बैठकें करके चुनाव के बाबत अब तक हुई तैयारियों का आकलन कर चुकी है। इसी वजह से केन्द्र व राज्यों की सरकारें इन दिनों अपने तमाम कल्याणकारी योजनाओं के उद्घाटन व शिलान्यास के कार्यक्रम तेजी से निपटा रही हैं। इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आठ मार्च को कानपुर में प्रदेश की तमाम योजनाओं का शुभारम्भ करेंगे।
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