

B. of Journalism
M.A, English & Hindi
सावित्री पुत्र वीर झुग्गीवाला द्वारा रचित-
Virendra Dev Gaur Chief Editor (NWN)
नये भारत का नया तराना बदल रहा देश का ताना-बाना
एक गर्जना पर जिसकी
दुश्मन के कदम ठिठक जाएं
भौहें तनी देखकर जिसकी
माथे पर सलवट पड़ जाएं
हुंकार उठे वह जब तो
दुश्मन-दल , के पाँव उखड़ जाएं
बरस पड़े जब दुश्मन पर वो
शान्ति के दुश्मन ख़ाक में मिल जाएं।
दुश्मन सुन ले
खेल नहीं तू
मोदी के जाँबाजों से
अंगारे हैं मिट जाएगा
देश भक्त सेना के अचूक वारों से
तोड़ दे तुरन्त तू नापाक-नाता
जंगी-आतंकी तलवारों से।
हैवानियत से बाज आ जा
बालाकोट नहीं दोहराएंगे
भारत माता के दुश्मनों को सौंप दे
शूरवीरता का जलवा नहीं दिखाएंगे
हर-हर महादेव और हर-हर मोदी के जयकारों से
तेरे ऊपर का पूरा गगन हिला देंगे
भारत माता की सौगंध हमें
कभी तेरा नामो-निशान मिटा देंगे।
नया भारत खड़ा है छाती ताने
हमारी आँखों के तूफान से भय खा
पुराना अंदाज भूल जा
अब कुछ इंसानियत दिखा।
-जय भारत -जय जवान -जय किसान
The National News