ऋषिकेश, 28 अप्रैल
डीएस सुरियाल
ऋषिकेश की पुण्य भूमि पर आज परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती एवं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के मध्य एक आत्मीय भेंटवार्ता सम्पन्न हुई। इस अवसर पर दोनों विभूतियों ने चारों धामों की दिव्यता और भारतीय संस्कृति के उत्थान को लेकर चर्चा की और देशवासियों को चारों धामों की पुण्य यात्रा के लिए आमंत्रित किया।
स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने कहा कि चार धाम हमारे दिव्य तीर्थस्थल हैं यह हमारे आंतरिक शुद्धिकरण, जागृति और दिव्यता का प्रतीक हैं। जब हम इन धामों की यात्रा करते हैं, तो यह केवल बाह्य यात्राओं का क्रम नहीं होता, बल्कि यह एक आत्मिक जागरण की प्रक्रिया है। कहा कि वर्तमान समय में जब संसार भौतिकता की अंधी दौड़ में तनाव, संघर्ष और संकट का सामना कर रहा है, ऐसे में भारत की चार धाम यात्रा मानवता को एक शांति, सह-अस्तित्व और आध्यात्मिक उत्थान का संदेश देती है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इस वर्ष चार धाम यात्रा के लिए उत्तराखंड सरकार ने समुचित व्यवस्थाएँ सुनिश्चित की हैं। यात्रियों के लिए बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं, सुगम यातायात, स्वच्छता और सुरक्षा के विशेष प्रबंध किए गए हैं। मुख्यमंत्री ने आग्रह किया कि सभी श्रद्धालु यात्रा के दौरान प्रकृति का सम्मान करें, सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग न करें, पर्यावरण संरक्षण का ध्यान रखें और स्वच्छ भारत के संकल्प में सहभागी बनें।