श्यामपुर 14 फरवरी
दिनेश सिंह सुरियाल
श्यामपुर विस्थापित निवासी रंजीत सिंह आईडीपीएल हनुमान मंदिर से ऋषिकेश की ओर से आ रहे टैम्पो पर बैठकर नेपाली फार्म की ओर आ रहे थे। तभी श्यामपुर चौकी के पास से दो लोग टैम्पो में बैठे और कहा कि हम नेपाली फार्म जाऐंगे। टैम्पो में रंजीत सिंह के बगल में एक महिला बैठी थी और दूसरी तरफ शातिर जेब कतरा बैठा था। सामने वाली शीट पर दूसरा जेब कतरा बैठा था।
टैम्पो जैसे ही श्यामपुर बेली ब्रिज पर पहुंचा इससे पहले ही दोनों जेब कतरों ने रंजीत की जेब काट डाली और बेली ब्रिज पर उतर लगे। रंजीत सिंह ने सोचा इन्हें तो नेपाली फार्म उतरना था पर यह यहां क्यों उतर रहे होंगे।
थाना रायवाला अंतर्गत कुछ दूरी पर रंजीत सिंह भी गली नं 4 के समीप गमले वाली दुकान पर उतर कर पैसे देने लगे तो जेब में पर्स ना पाकर सकपका गए। वह तुरंत समझ गए कि उन शातिरों ने ही उनके पर्स पर हाथ साफ किया है और वह तुरंत बेली ब्रिज की तरह आए और ब्रिज के आस- पास लोगों से दो लोगों के बारे में पूछा। लोगों ने बताया कि अभी-अभी दो व्यक्ति रेल लाइन से होते हुए रायवाला की तरफ जा रहे हैं। रंजीत सिंह भी दौड़ते हुए उनके पीछे जाने लगे। शातिर दून इंस्टीट्यूट होते हुए गली नं 4 की तरफ जाते हुए दिखे। रंजीत सिंह ने शोर मचाकर अन्य लोगों से उन दो शातिरों को पकड़ने के लिए आवाज लगाई। गली नं 4 निवासी सुमित ने अन्य लोगों की मदद से एक जेब कतरा तो पकड़ गया मगर दूसरा वहां से फरार है गया। पकडे़ गए जेब कतरे की लोगों ने खूब धुनाई की और इसके जानकारी वरिष्ठ पत्रकार राजेन्द्र भंडारी को दी। भंडारी ने भी इसकी सूचना थाना रायवाला पुलिस को दी। सूचना पर चीता पुलिस के अर्जुन राठी व रोमिल कुमार मौके पर पहुंच गए। लोगों ने जेब कतरे को पुलिस को सौंपा। पकड़े गए जेब कतरे ने अपना नाम फहीम और दुसरे जेब कतरे का नाम तालिब बताया। दोनों जेब कतरे ज्वालापुर के है।