-राजस्व मंत्री अग्रवाल ने किया जाज्वल्यदेव लोक महोत्सव एवं एग्रीटेक कृषि मेला का शुभारंभ
-एग्रीटेक कृषि मेला से होगा किसानो को लाभ – प्रभारी मंत्री
-विष्णु मंदिर में दीप प्रज्ज्वलन कर विभिन्न विभागों के स्टाल का किया निरीक्षण
रायपुर (जनसंपर्क विभाग) । जिले में आयोजित जाज्वल्यदेव लोक महोत्सव एवं एग्रीटेक कृषि मेला का शुभारंभ राजस्व एवं आपदा प्रबंधन पुनर्वास, पंजीयन एवं स्टाम्प तथा जिले के प्रभारी मंत्री जय सिंह अग्रवाल के मुख्य आतिथ्य एवं नेता प्रतिपक्ष छत्तीसगढ़ विधानसभा नारायण प्रसाद चंदेल की अध्यक्षता में हुआ। शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि मंत्री अग्रवाल ने कहा कि जाज्वल्यदेव लोक महोत्सव एवं एग्रीटेक कृषि मेला जांजगीर-चांपा जिले का प्रतिष्ठा पूर्ण आयोजन है। वर्ष 2000 एवं 2001 में एग्रीटेक कृषि मेला के रूप में शुरूआत होने के पश्चात इसे लोक महोत्सव को जोड़कर एक नया आयाम दिया गया। विगत दो वर्ष कोरोना की वजह से कार्यक्रम स्थगित रहा। जिला प्रशासन स्थानीय नागरिकों, जन प्रतिनिधियों के सहयोग से यह कार्यक्रम पुनः प्रारंभ हो रहा है। जो कि प्रसन्नता का विषय है। उन्होंने कहा कि महोत्सव को आपसी मेल-जोल और उत्साह का वातावरण विकसित होता है। हमारी संस्कृति में गांव-गंवई का मेला-मड़ई समाहित होने के साथ कृषि तथा श्रम की महत्ता प्रदर्शित होती है। राजस्व मंत्री अग्रवाल ने आगे कहा कि मेले में लघुधान्य फसलों का उत्पादन संवर्धन और इसे अधिक से अधिक खान पान में शामिल करने मिलेट्स थीम का चयन किसानों के लिए लाभदायक साबित होगा। एग्रीटेक कृषि मेले के माध्यम से किसान भाई नए कृषि यंत्र की नवीन तकनीक और कृषि संगोष्ठी के माध्यम से खेती के नए तौर तरीको को जान पाएंगे। उन्होंने महोत्सव तथा मेले के सफल आयोजन के लिए आयोजकों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। इससे पूर्व प्रभारी मंत्री अग्रवाल ने कार्यक्रम स्थल तथा जांजगीर के ऐतिहासिक प्राचीन विष्णु मंदिर में दीप प्रज्ज्वलन किया। इसके साथ ही अतिथियों ने महोत्सव स्थल पर विभिन्न विभागों द्वारा लगाये गये स्टॉलों का निरीक्षण किया।
बिना भेदभाव के सभी वर्गा के लिए कार्य कर रही है राज्य सरकार
शुभारंभ अवसर पर राजस्व मंत्री अग्रवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ की सरकार बिना किसी भेदभाव के सभी वर्गा के लिए कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की सरकार द्वारा अनेक जनकल्याकारी योजनाएं संचालित की जा रही है। जांजगीर-चांपा जिला कृषि प्रधान जिला है। कोरबा में बांगो डेम बनने के पश्चात स्वर्गीय बिसाहूदास महंत, श्यामाचरण शुक्ला सहित अन्य विभूतियों के सहयोग से कोरबा में उद्योग की स्थापना तथा जांजगीर-चांपा जिले को सिंचाई की सुविधा मिल पायी। मंत्री अग्रवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा विगत चार वर्षां में जो भी घोषणा की गई है, उसे अमलीजामा पहनाया गया है। कोरबा सहित अन्य जिले में मेडिकल कॉलेज प्रारंभ करने के साथ ही चंदूलाल चंद्राकर के नाम पर मेडिकल कालेज अधिग्रहित कर संचालित किया जा रहा है। आने वाले दिनों में जांजगीर के लिए की गई घोषणा शीघ्र पूरी होगी। मंत्री अग्रवाल ने नवपदस्थ कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी की प्रशंसा करते हुए उन्हें जागरुक और कड़ी मेहनत के लिए तत्पर बताया और कहा कि वे जिले के जनप्रतिनिधियों के साथ मिलकर जांजगीर-चांपा जिले के विकास की दिशा में कार्य करेंगी। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए नेताप्रतिक्ष छत्तीसगढ़ विधानसभा ने कहा कि जांजगीर जाज्वल्यदेव की पावन भूमि है। यहां बहुत ही प्राचीनकाल से मेला लगाया जाता है। यहां के कृषि मेले की अलग पहचान है। कृषि मेले में किसानों को फसल उत्पादन बढ़ाने नवीन तकनीकों की जानकारी दी जानी चाहिए। किसानों की जो भी समस्याएं है उसका भी निराकरण की दिशा में कदम बढ़ाना चाहिए। उन्होंने कृषि आधारित फूड प्रोसेसिंग उद्योग स्थापित करने की बात कहते हुए कहा कि जिले में डेयरी उद्योग की भी अपार संभावनाए हैं। महोत्सव में विधायक अकलतरा श्री सौरभ सिंह ने कहा कि जिले में किसानों के आय बढ़ाने की दिशा में कार्य किया जाना चाहिए। उन्होंने फसल खरीदी पर योजना बनाने, दुग्ध उत्पादन, मत्स्य पालन, पशुपालन, कुक्कुट पालन को और भी बढ़ावा देने की बात कही।
कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ शाकम्भरी बोर्ड के अध्यक्ष श्री रामकुमार पटेल ने कहा कि इस महोत्सव स्थल में विभिन्न विभागों द्वारा शासन की महत्वाकांक्षी योजनाओं का स्टॉल लगाकर जानकारियां दी जा रही है। जिसका सभी आमजन लाभ ले सकते हैं। कार्यक्रम को जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती यनिता यशवंत चन्द्रा, नगर पालिका जांजगीर-नैला के अध्यक्ष श्री भगवानदास गढेवाल ने भी संबोधित किया।
नवपदस्थ कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी ने स्वागत भाषण देते हुए कहा कि महोत्सव का आयोजन नवाचार पर केन्द्रित मिलेट थीम पर आधारित है। इस अवसर पर उन्होंने आगे कहा कि जाज्वल्यदेव महोत्सव के साथ ही कृषि उपज मंडी प्रागंण जांजगीर में किसानों को खेती के नए तकनीक व तौर-तरीकों से जोड़ने के लिए किसान सम्मेलन का आयोजन भी किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लोक कला के संरक्षण संवर्धन और उसकी गतिशीलता को बनाये रखने में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का विशेष महत्व है। कलेक्टर ने जिलेवासियों से इस तीन दिवसीय महोत्सव का पूरा लाभ उठाते हुए नई तकनीक व तौर तरीकों से लाभान्वित होने का आग्रह किया।कार्यक्रम का शुभारंभ मंच पर दीप प्रज्ज्वलन कर एवं राजगीत गायन कर किया गया। शुभारंभ अवसर पर नगर पालिका परिषद चांपा के अध्यक्ष जय थवाईत, जिला पंचायत उपाध्यक्ष राघवेन्द्र प्रताप सिंह, सदस्य भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मण्डल छ.ग मंजू सिंह, सदस्य माटीकला बोर्ड छ.ग. सुश्री पुनिता प्रजापति, सदस्य अनुसूचित जाति आयोग छ.ग. रमेश पैगवार, सदस्य अनुसूचित जाति आयोग छ.ग श्रीराम पप्पू बघेल, सदस्य, खाद्य आयोग छ.ग. ज्योति किशन कश्यप, उपाध्यक्ष, लौह शिल्प विकास बोर्ड छ.ग विष्णु विश्वकर्मा, सदस्य, जीव जन्तु कल्याण बोर्ड छ.ग. नारायण खण्डेलिया, अध्यक्ष, कृषि उपज मण्डी नैला-जांजगीर व्यास कश्यप, सदस्य, उर्दू अकादमी छ.ग, गुलाबुद्दीन खान, सदस्य, श्रम कल्याण बोर्ड छ.ग. हरप्रसाद साहू, राघवेन्द्र कुमार सिंह, दिनेश शर्मा, रवि पांडेय, रविशेखर भारद्वाज, देवेश सिंह सहित बड़ी संख्या में किसान, गणमान्य नागरिक एवं आमजन भी उपस्थित थे।