चमोली, 2 मार्च
दिनेश सिंह सुरियाल
चमोली जिले में माणा में हुए ग्लेशियर की चपेट में आए श्रमिकों के लिए चलाया जा रहा रेस्क्यू ऑपेरशन पूरा हो गया है। बचाव अभियान में 46 श्रमिकों को सुरक्षित निकाला गया। जबकि हादसे में 8 मजदूरों की मौत हो गई। 44 मजदूरों का जोशीमठ आर्मी अस्तपाल और दो का एम्स ऋषिकेश में उपचार चल रहा है।
बीते शुक्रवार को आए ग्लेशियर की चपेट में बीआरओ के 54 मजदूर आ गए थे। जिसके बाद सेना, आईटीबीपी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आपदा प्रबंधन और अन्य रेस्क्यू टीमों ने बर्फ में दबे श्रमिकों की युद्ध स्तर पर तलाश शुरू की। तीन दिनों में राहत एवं बचाव दलों ने सभी 54 श्रमिकों को बाहर निकाला गया। जिनमें से 46 मजूदर पूरी तरह से सुरक्षित बताए जा रहे हैं। जबकि आठ श्रमिक हादसे का शिकार हो गए।
रविवार को चलाए गए रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान मजदूरों के चार शव बरामद किए गए। जबकि एक दिन पहले शनिवार को चार शव बरामद किए गए थे। इसके साथ ही मृतकों की संख्या आठ हो गई है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा होने पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने इसमें शामिल एजेंसियों आपदा प्रबंधन, सेना, आईटीबीपी, बीआरओ, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, जिला प्रशासन, पुलिस, स्वास्थ्य विभाग, वायु सेना, यूकाडा, अग्निशमन विभाग, खाद्य विभाग और ऊर्जा विभाग की सराहना की। सरकार ने घोषणा की कि गंभीर रूप से घायल श्रमिकों के इलाज का पूरा खर्च राज्य सरकार उठाएगी। प्रशासन लगातार श्रमिकों और उनके परिवारों के साथ संपर्क में है और उन्हें हरसंभव सहायता प्रदान की जा रही है।
मृतकों की सूची:-
हरमेश (31) पुत्र ज्ञानचंद्र, कुठार ऊना हिमाचल प्रदेश।
मोहिंदर पाल (42) पुत्र देशराज, हिमाचल।
आलोक यादव, निवासी कानपुर उत्तर प्रदेश।
अशोक (28) पुत्र रामपाल, गंगहोल बेनाऊ फतेहपुर उत्तर प्रदेश।
मंजीत यादव, पुत्र शंभू, निवासी सरवान उत्तर प्रदेश।
जितेंद्र सिंह, (26) पुत्र कुलवंत सिंह, बिलासपुर उत्तर प्रदेश।
अरविंद कुमार सिंह (43), पुत्र देवेंद्र कुमार, निवासी गोकुल धाम भगत निवास, न्यू कालोनी क्लेमेंटाउन देहरादून।
अनिल कुमार (21) पुत्र ईश्वरी दत्त, ठाकुर नगर रुद्रपुर ऊधमसिंह नगर उत्तराखंड।