
देहरादून (संवाददाता)। पिछले आठ दिनों से अपने समायोजन की मांग को लेकर परेड ग्रांउड में धरना दे रहे 108 एम्बुलेंस सेवा के निष्कासित कर्मचारियों ने अब अपना आंदोलन तेज कर दिया है उनका कहना है कि जब तक उन्हे नई कम्पनी में समायोजित नहीं किया जाता है उनका अनशन जारी रहेगा। उल्लेखनीय है कि 30 अप्रैल को 108 एम्बुलेेंस सेवा जिसका राज्य में जीवीके द्वारा संचालन किया जा रहा था उसका अनुबंध समाप्त हो गया है। जिस नई कम्पनी कैप द्वारा अब 108 का संचालन किया जा रहा है उसने इस सेवा में सालों से काम कर रहे 717 कर्मचारियों को काम पर रखने से मना कर दिया है। जिसके कारण इन कर्मचारियों के सामने रोजी रोटी का संकट पैदा हो गया है। इन कर्मचारियों को दो महीने का बकाया वेतन भी नहीं मिल सका है। अपनी नौकरी जाने से परेशान इन कर्मचारियों द्वारा बीते आठ दिन से धरना दिया जा रहा था लेकिन उनकी मांगों पर अब तक किसी ने गौर नहीं किया है। 108 एम्बुलेंस सेवा से निकाले गये इन कर्मचारियों का कहना है कि ऐसी स्थिति में अब वह कहंा जाये? के.के.एस. कर्मचारी संघ के प्रदेश सचिव विपिन जमलोकी का कहना है कि अब उनके द्वारा अपना आंदोलन क्रमिक अनशन में तब्दील किया गया है। अगर अभी उनकी मांगे नहीं मानी गयी तो यह कर्मचारी आमरण अनशन पर मजबूर होंगें। जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी। उन्होने कहा कि पुरानी कम्पनी जीबीके ईएमआरआई पर कर्मचारियों का दो माह का वेतन बकाया है जिसका शीर्घ भुगतान किया जाये अन्यथा कर्मचारी चन्द्रनगर स्थित कम्पनी कार्यालय का घेराव करेंगें।