यूक्रेन और रूस वॉर में नागरिकों को निकालने के लिए सोमवार सुबह से संघर्ष-विराम के साथ कई क्षेत्रों में मानवीय गलियारों को खोलने की घोषणा की है। हालांकि निकासी मार्ग ज्यादातर रूस और उसके सहयोगी देश बेलारूस की ओर जा रहे है। यह तुरंत स्पष्ट नहीं है कि क्या नागरिकों को निकाला जा रहा है। गलियारों की नई घोषणा के बाद भी रूसी सेना ने कुछ यूक्रेनी शहरों पर रॉकेट हमला जारी रखा और कुछ क्षेत्रों में भयंकर लड़ाई जारी रही। उत्तर, दक्षिण और मध्य यूक्रेन के शहरों में रूस की लगातार जारी गोलीबारी के बीच हजारों यूक्रेनी नागरिक वहां से सुरक्षित निकलने की कोशिश में जुटे हैं। रूसी रक्षा मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि यह संघर्ष-विराम राजधानी कीव, दक्षिणी बंदरगाह शहर मारियुपोल, यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव और सूमी से नागरिकों की निकासी के लिए घोषित किया गया है। वहीं, रूस और यूक्रेन के बीच सोमवार को तीसरे दौर की वार्ता हुई। वार्ता संपन्न होने के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के एक सलाहकार ने कहा कि सुरक्षित गलियारा बनाने के संबंध में मामूली प्रगति हुई है। हालांकि, उन्होंने बैठक का अधिक विवरण साझा नहीं किया। इस बीच युद्ध में मरने वालों की संख्या स्पष्ट नहीं है। खारकीव क्षेत्र की पुलिस ने सोमवार को कहा कि अकेले वहां 201 लोग मारे गए हैं, जिनमें से 133 नागरिक हैं। संयुक्त राष्ट्र की शरणार्थी एजेंसी का कहना है कि अब तक १७ लाख से अधिक लोग युद्धग्रस्त यूक्रेन को छोड़कर सुरक्षित स्थानों में शरण ले चुके हैं। कई अन्य लोग शहरों में गोलाबारी की चपेट में फंसे हुए हैं। मारियुपोल में खाद्य पदार्थ, पानी और दवाओं की कमी हो गई है। यूक्रेनी अधिकारियों ने कीव के उपनगरों में विनाशकारी मंजर के बीच नागरिकों को निकालने की कोशिशें नाकाम होने की जानकारी दी है। इस बीच, दोनों पक्षों के अधिकारियों ने सोमवार को तीसरे दौर की वार्ता करने की भी योजना बनाई है।
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