भारतीय क्रिकेटर इरफान पठान के पत्नी संग लिए गए सेल्फी पर धार्मिक नेताओं ने यह कहते हुए आपत्ति जतायी कि यह इस्लाम के कानून में नहीं है। इसे गैर इस्लाम बताते हुए मौलाना साजिद राशिदी ने कहा कि इरफान पठान की पृष्ठभूमि काफी धार्मिक है क्योंकि उनके पिता मुएज्जिन थे और इसलिए पत्नी की तस्वीर सोशल मीडिया पर लाना शर्मनाक हरकत है। उन्होंने आगे कहा, ‘एक महिला केवल अपने पति व कानून से जुड़ी चीजों जैसे आधार और पैन कार्ड मामले में ही पना चेहरा दिखा सकती है।’ उनके धार्मिक पृष्ठभूमि को देखते हुए लोग उन्हें उनके धर्म की याद दिला रहे हैं। इस कृत्य को शर्मनाक बताते हुए साजिद राशिदी ने कहा, ‘उनकी पत्नी अभिनेत्री नहीं है कि उन्हें कैमरे के सामने आना है वह गृहिणी हैं और इसलिए उनकी तस्वीर अपलोड करना शर्मनाक हरकत है।’ उन्होंने क्रिकेटर को सलाह दिया कि इस्लाम में जिस बात की अनुमति नहीं है वे वैसा काम न करें। राशिदी ने कहा, स्वतंत्रता का अधिकार केवल भारतीय संविधान के अनुसार है और जो मैं कह रहा हूं वह इस्लामी कानून है और इस्लामी कानून इस बात की इजाजत नहीं देता है। सोशल मीडिया पर अनेकों लोगों ने उनकी पत्नी की तस्वीर देखी और तस्वीर में नेल पॉलिश भी देखा जा सकता है और नेलपॉलिश के साथ नमाज नहीं पढ़ा जा सकता और यदि कोई नमाज नहीं पढ़ता तो वह किस तरह का मुस्लिम है। जब भारतीय क्रिकेटर ने सोशल नेटवर्किंग साइट इंस्टाग्राम और फेसबुक पर पत्नी की तस्वीर डाली तो लोगों ने उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया। जिसमें उनकी पत्नी को हिजाब में देखा जा सकता है जो मजाकिया तौर पर दोनों हाथों से अपना चेहरा ढकती नजर आ रहीं हैं और उनके दोनों हाथों की नाखूनों पर लाल रंग की नेलपॉलिश लगी है।
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