पंजाब: पंजाब इन दिनों भीषण गर्मी के बीच बिजली कटौती की समस्या से जूझ रहा है। पंजाब में भगवंत मान की सरकार बनने के बाद मान सरकार ने एक जुलाई से 300 यूनिट तक फ्री बिजली देने की घोषणा की है। लेकिन बिजली कटौती जारी है। साथ ही 40 फीसदी डिमांड भी बढ़ गई है। कटौती को लेकर विपक्ष ने आप सरकार पर निशाना साधा।
पंजाब में विपक्षी दलों ने भीषण गर्मी के दौरान कई जगहों पर बिजली कटौती को लेकर राज्य की सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी सरकार पर बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि वह उपभोक्ताओं को चौबीस घंटे बिजली देने का वादा पूरा करने में विफल रही है। हालांकि, पंजाब के ऊर्जा मंत्री हरभजन सिंह ने कहा कि बढ़ते तापमान से पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में इस साल बिजली की मांग में 40 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि केवल पंजाब ही नहीं, अन्य राज्य भी इसी तरह की समस्याओं का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान स्थिति की निगरानी कर रहे हैं।
विपक्षी दलों ने कहा कि बिजली कटौती घरेलू उपभोक्ताओं को असुविधा के अलावा खेती और औद्योगिक क्षेत्रों पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रही है। किसान संगठन किसान मजदूर संघर्ष कमेटी ने शुक्रवार को अमृतसर में ऊर्जा मंत्री के आवास के सामने कृषि क्षेत्र को पर्याप्त बिजली आपूर्ति सुनिश्चित नहीं करने का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन करने की बृहस्पतिवार को घोषणा की। विपक्षी दलों ने दावा किया कि राज्य में 10 से 13 घंटे की लंबी बिजली कटौती की जा रही है, खासकर ग्रामीण इलाकों में।
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक राज्य में बिजली की अधिकतम मांग 7,675 मेगावाट तक पहुंच गई है। उन्होंने बताया कि बुधवार को राज्य में 282 लाख यूनिट बिजली की कमी थी और सभी स्रोतों से बिजली आपूर्ति की उपलब्धता 1,679 लाख यूनिट थी। सूत्रों ने कहा कि तलवंडी साबो की दो इकाइयांए रोपड़ थर्मल प्लांट और जीवीके प्लांट की एक.एक यूनिट पहले से ही बंद हैए जिससे बिजली उत्पादन प्रभावित हुआ है।
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