
रुड़की । कोरोना की दूसरी लहर में कई संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं। कई संक्रमितों की मौत हुई है। संक्रमण को रोकने के लिए लगाए गए कर्फ्यू ने कई लोगों का रोजगार ही छीन लिया है। रुड़की से हरिद्वार आने वाले मार्ग पर सोलानीपुल से कोर तक कई ढाबे थे जो आज की तारीख में बंद हो चुके हैं। कोरोना संक्रमण के दूसरी लहर अधिक भयावह है। इस संक्रमण ने कई लोगों से उनके मां बाप का साया छिन लिया। तो कहीं बूढ़े मां बाप से उनका सहारा उनके बेटे को छिन लिया। लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते आर्थिक तंगी की मार भी लोगों को परेशान कर रही है। रुड़की से हरिद्वार जाने वाले स्टेट हाईवे पर कोर कॉलेज तक काफी संख्या में छोटे-बड़े ढाबे थे। इनमें कोरोना संक्रमण से पूर्व चौपहिया वाहनों की भीड़ दिखायी देती थी लेकिन कोरोना की मार इन ढाबों पर भी पड़ गयी है। कोरोना संक्रमण के बाद लगे कोरोना कर्फ्यू के चलते स्टेट हाइवे पर वाहनों की आवाजाही लगभग थम सी गयी। जिसके चलते इस मार्ग के अधिकतर ढाबा संचालक ढाबों को बंद कर जा चुके हैं। जबकि इस मार्ग पर फलों की दुकान लगाने वाले भी पलायन कर चुके हैं।